कोरबा 10 दिसम्बर (वेदांत समाचार)। राज्य परियोजना कार्यालय समग्र षिक्षा छत्तीसगढ़ के प्रबंध संचालक के पत्र क्रमांक 228/SS/F.N.1.1/ सेकेंडरी कन्या छात्रावास 2020-21 के द्वारा दिनांक 19/08/2021 को कलेक्टर एवं जिला मिषल संचालक समग्र शिक्षा कोरबा को आदेश जारी करते हुए कहा है कि आरएमएसए द्वारा कोरबा जिला ही नहीं अपितु प्रदेश के समस्त जिलों में 100 सीटर कन्या छात्रावासों का संचालन किया जा रहा था जिसे 2021-22 मे राज्य शासन द्वारा बंद करके कस्तूरबा गांधी कन्या आवासीय विद्यालय में मर्ज कर दिया गया है। उक्त संस्था में कोरबा जिले के कुल 11 महिला कर्मचारियों के नियुक्ति राजीव गांधी शिक्षा मिशन जिला कोरबा द्वारा विगत 10 वर्ष पहले दैनिक मजदूर कलेक्टर दर पर विभाग द्वारा रसोईया, भृत्य के पद पर नियुक्ति की गई थी। उक्त 100 सीटर छात्रावास के बंद होने से उक्त कर्मचारियों को बिठा दिया गया है।इन कर्मचारियों को पुनः शिक्षा विभाग के द्वारा संचालित विद्यलाय छात्रावास या आश्रमों में पुनः नियुक्ति प्रदान करने हेतु कोरबा जिला मिशन संचालक को आदेष दिए विगत 4 माह बीत चुके हैं, लेकिन उन्हें शिक्षा विभाग के प्रमुख द्वारा आज पर्यन्त किसी भी संस्था में कार्य करने हेतु आदेषित नहीं किया गया है जिसके कारण उक्त समस्त महिला कर्मचारियों को रोजी-रोटी के लाले पड़ रहे हैं। इस संबंध में जिला षिक्षा अधिकारी एवं मिशन संचालक समग्र को अनेक बार उक्त आदेष के परिपालन में पत्र व्यवहार सहित प्रत्यक्ष रूप से अपनी समस्याओं एवं शासन के आदेष का पालन करने हेतु विभाग प्रमुख से मिल चुके हैं लेकिन उनके द्वारा संबंधितों को एक लाईन में कह दिया जाता है कि इस संबंध में हमारे द्वारा जिला कलेक्टर महोदया को 2 माह पूर्व पत्र व्यवहार कर दिया गया है लेकिन उनके द्वारा आज पर्यन्त हमें उक्त आदेष का पालन करते हुए विभाग के किसी भी संस्था में कार्य कराने हेतु हमें निर्देष नहीं दिया गया है।
इस संबंध में राज्य शासन के षिक्षा विभाग की बहुत ही सराहनीय एवं महत्वपूर्ण योजना को मूर्त रूप देने में इन कर्मचारियों ने रात-दिन अपन कर्त्तव्य एवं निष्ठा का परिचय देते हुए सफल बनाया है। लेकिन शासन का स्पष्ट आदेष होने के बावजूद भी इन महिला कर्मचारियों की दर-दर की ठोकर खाने को मजबूर होना पड़ रहा है।
दिनांक 07.12.2021 को कोरबा जिले के कलेक्टर के विषेष जन दर्षन कार्यक्रम का आयोजन कलेक्टर कार्यालय में आयोजित किया जाता है जिसमें स्वतः कलेक्टर महोदया जिले के गरीब एवं अपना न्याय पाने को दर-दर भटक रहे नागरिकों को तत्काल न्याय पाने हेतु फरियादी बड़ी संख्या में कार्यालय पहुॅंचते हैं। इसी कड़ी में उक्त संबंध में इन महिला कर्मचारियों ने कलेक्टर महोदया से अपनी पीड़ा बताते हुए जानकारी दी गई जिस पर कलेक्टर महोदया द्वारा सात दिवस के भीतर इन महिला कर्मचारियों को षिक्षा विभाग के स्वामी आत्मानंद इंगलिष मीडीयम स्कूल में भृत्य के पद पर नियुक्त करने हेतु जिला षिक्षा अधिकारी कोरबा जी.एल. भारद्वाज को निर्देष दिए। लेकिन बड़े खेद की बात है कि कलेक्टर के निर्देष के बावजूद भी विगत पांच दिन बीत चुके हैं लेकिन इस संबंध में षिक्षा विभाग के जिम्मेदार अधिकारी द्वारा किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं किया जा रहा है।
इस विषय में युवा नेता मनीराम जांगड़े ने कहा कि एक ओर जहॉ गत दिनों प्रदेश के सभी विभागों के प्रमुखों को मुख्यमंत्री भूपेष बघेल जी के द्वारा स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि राज्य शासन के द्वारा दिए गए आदेष व निर्देषों का कड़ाई से पालन किया जाए, लेकिन इस संबंध में चार माह बीत जाने के बाद भी उक्त पीड़ीत बीपीएल परिवार से ताल्लुक रखने वाली गरीब महिलाएं न्याय पाने को दर-दर भटक रही हैं, आगे जांगड़े ने पत्र लिखते हुए कलेक्टर कोरबा, सचिव स्कूल षिक्षा विभाग एवं जिला षिक्षा अधिकारी जिला कोरबा से आग्रह किया है कि राज्य शासन के आदेश व निर्देषों का पालन करते हुए उक्त कलेक्टर दर पर नियुक्त इन महिला कर्मचारियों को अविलंब षिक्षा विभाग द्वारा संचालित किसी भी संस्था में कार्य करने हेतु आदेषित करने की महती कृपा करें।
[metaslider id="347522"]