राजस्थान10 दिसम्बर(वेदांत समाचार)। पाली जिले के बगड़ी नगर थाना क्षेत्र में मां-बेटी की हत्या के मामले में पुलिस के हाथ अहम सुराग लगे हैं। मां-बेटी की हत्या उनके ही रिश्तेदार ने गहनों के लिए की। आरोपी गुजरात के राजकोट से आया। रात भर घर रूका। मौका देख मां-बेटी की हत्या कर दी। वृद्धा के गले में पहनी सोने की कंठी सहित कुछ आभूषण लूट लिए लेकिन अपने रिश्ते की भुआ की बॉडी से खून बहता देख वह डर गया। ओर बॉडी पर पहने सभी गहने व अंदर संदूक में रखे गहने व रुपए लेने की उसकी हिम्मत नहीं हुई ओर दरवाजा बाहर से लॉक कर सुबह फरार हो गया।
रिश्तेदार ही निकला हत्यारा
जानकारी के अनुसार हत्यारा गुजरात के राजकोट से आया था। जो रिश्ते में मृतका वृद्धा के भतीजा बताया जा रहा हैं। शाम ढलने के बाद वह कंटालिया आया ओर रात भर रूका। इस दौरान मौका देख उसने रसोई में उसके लिए खाना बना रही 75 वर्षीय बुआ अमरतीदेवी पत्नी खीवाराम प्रजापत व रिश्ते की बहन 38 वर्षीय दिव्यांग बेटी ऊकिया देवी उर्फ उकड़ी देवी पत्नी मंगलाराम प्रजापत की कपड़े धोने के लकड़ी के पट्टे से हत्या कर दी। उसके बाद उनकी बॉडी से गहने खोलने लगा। वृद्धा के गले में पहनी कंठी वह खोल चुका था लेकिन बॉडी से खून बहता देख डर गया ओर शेष गहने लूट नहीं सका। रात भर आरोपी दोनों बॉडी के साथ घर में रहा। दूसरे दिन सुबह करीब आठ-नौ बजे घर पर बाहर से लॉक लगाकर फरार हो गया।
यह हैं मामला
ज्ञात रहे कि 5 दिसम्बर की शाम को कंटालिया के कुछ ग्रामीणों ने बगड़ी नगर थाने में कॉल किया तथ बताया कि कुम्हारों के मोहल्ले में एक बंद मकान से बदबू आ रही हैं। सूचना पर बगड़ी नगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची। मकान के अंदर देखा तो रसोई में 75 वर्षीय अमरतीदेवी पत्नी खीवाराम प्रजापत तथा कमरे में मृतका की 38 वर्षीय दिव्यांग बेटी ऊकिया देवी उर्फ उकड़ी देवी पत्नी मंगलाराम प्रजापत का शव पड़े मिले थे। हत्यारों की गिरफ्तारी के बाद ही शव उठाने को लेकर परिजन अड़ गए थे। जो पुलिस अधिकारियों की समझाइश के बाद शव उठाने को राजि हुए तथा मंगलवार देर शाम को दोनों शवों का अंतिम संस्कार किया जा सका। हत्यारे ने कपड़े धोने के काम आने वाले लकड़ी के पट्टे से दोनों मां-बेटी की हत्या की थी।
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