नईदिल्ली I भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर क्रैश हादसे में असामयिक निधन हो गया है. उनका हेलिकॉप्टर तमिलनाडु के नीलगिरी जिले के कुन्नूर में हादसे का शिकार हो गया. उसमें 14 लोग सवार थे, जिनमें से 13 का निधन हो गया. इनमें बिपिन रावत की पत्नी भी शामिल हैं. वहीं ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह अकेले ऐसे शख्स हैं, जो इस हादसे में जीवित बचे हैं. इस समय उनका इलाज चल रहा है. सीडीएस बिपिन रावत के निधन के बाद से अब देश के नए सीडीएस की नियुक्ति को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं.
इस दौड़ में नौसेना प्रमुख आर हरि कुमार और सेना प्रमुख एमएम नरवणे सबसे आगे बताए जा रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट्स में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि नौसेना प्रमुख आर हरि कुमार की दावेदारी सबसे मजबूत नजर आ रही है. इसके पीछे की वजह ये है कि पिछली बार सीडीएस सेना से ही बनाए गए थे, इसलिए इस बार सेना से बनाए जाने की संभावना कम है. ऐसे में नए सीडीएस की नियुक्ति नौसेना या फिर वायुसेना से होने की संभावना ज्यादा है.
उप सीडीएस रहे हैं हरि कुमार
इसके पीछे की एक दूसरी वजह ये है कि आर हरि कुमार नौसेना प्रमुख बनने से पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत के साथ उप सीडीएस के तौर पर काम कर चुके हैं . ऐसे में ये अनुभव भी उनके काम आ सकता है. 59 साल के हरि कुमार हाल ही में नौसेना प्रमुख बने हैं और वह 62 साल की उम्र तक कार्य कर सकते हैं. और सीडीएस पर 63 साल तक तैनाती रह सकती है. ऐसे में उन्हें सीडीएस बनाए जाने पर पर्याप्त समय मिलेगा. इसके अलावा थल सेना प्रमुख जनरल नरवणे की उम्र 61 साल है. वह अगले साल अप्रैल में सेवानिवृत हो जाएंगे. इसलिए वो भी सीडीएस की दौड़ में प्रमुख दावेदार माने जा रहे हैं.
वीआर चौधरी का नाम भी आगे
अगर जनरल नरवणे को सीडीएस बनाया जाता है, तो वह करीब एक साल तक इस पद पर रहते हुए काम कर सकते हैं. इनके अलावा वायुसेना प्रमुख वीआर चौधरी को भी सीडीएस के पद के लिए दावेदार माना जा रहा है. सूत्रों का कहना है कि सरकार जल्द ही सीडीएस को लेकर फैसला ले सकती है. क्योंकि ये पद अधिक समय तक खाली नहीं रखा जा सकता. उप सीडीएस के रूप में कार्य कर रहे एयर मार्शल बी. आर कृष्णा को भी दावेदार माना जा रहा है. जानकारी के मुताबिक सीडीएस बनने के लिए 4 स्टार जनरल होना आवश्यक है, जो तीनों सीना के प्रमुख होते हैं. साथ ही जो अधिकारी 4 स्टार जनरल बनने के योग्य है, उसकी नियुक्ति पर भी विचार किया जा सकता है.
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