अफगानिस्तान में तालिबान की वापसी के बाद देश से पलायन करने वाले लोगों का सिलसिला जारी है. हालात थोड़े सामान्य होने के बाद भारत ने एक बार फिर अफगान से अपने नागरिकों को निकालने का काम शुरू कर दिया है. भारत सरकार द्वारा अफगान भेजे गिए स्पेशल चार्टर्ड विमान के आज (शुक्रवार) दिल्ली पहुंचने की संभावना है. इस विमान में अफगान मूल के हिंदू और सिख समुदाय के नागरिकों को भी लाया जा रहा है, जो अपने देश में व्यतिथ हैं.
इंडियन वर्ल्ड फोरम के अध्यक्ष पीएस चंडोक ने बताया कि अफगानिस्तान में तालिबानी सरकार से परेशान स्थानीय हिंदु-सिख समुदाय के लोगों के अलावा भारतीय नागरिकों के अफगान मूल के पति/पत्नी को भी भारत लाया जा रहा है. उन्होंने कहा, यह गर्व की बात है कि अफगानिस्तान में ऐतिहासिक गुरुद्वारों के 3 पवित्र श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी और प्राचीन 5वीं शताब्दी के असमाई मंदिर, काबुल से रामायण, महाभारत और भगवद गीता सहित हिंदू धार्मिक ग्रंथों को विमान में लाया जा रहा है.
सोबती फाउंडेशन द्वारा किया जाएगा पुनर्वास
इंडियन वर्ल्ड फोरम के अध्यक्ष पुनीत सिंह चंडोक ने एक बयान में कहा कि अफगान में सताए गए लोगों के आगमन के बाद सोबती फाउंडेशन द्वारा उनका पुनर्वास किया जाएगा. बता दें कि हताशा में अफगानिस्तान छोड़ने वाले स्थानीय लोगों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. हर दिन कई बसें पश्चिमी अफगान शहर हेरात से सैकड़ों लोगों को ईरान-अफगानिस्तान सीमा तक ले जाती हैं. वहां वे अपने तस्करों से मिलते हैं और फिर कई दिनों तक पैदल यात्रा करते हैं.
कई बार वे ट्रकों में फंसे लोगों के साथ यात्रा करते हैं और कभी-कभी वे चोरों और सीमा प्रहरियों से बचते हुए अंधेरे में एक पर्वत श्रृंखला पर चलते हैं.हाल ही में अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के कारते परवान इलाके में स्थित गुरुद्वारा दशमेश में इस्लामिक अमीरात की विशेष इकाई के भारी हथियारों से लैस अधिकारी जबरन घुस गए. उन्होंने वहां मौजूद सिख समुदाय के लोगों को धमकाया और धर्मस्थल की पवित्रता को भंग किया.
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