अंधाधुंध फायरिंग से दहला गुमला, नक्सलियों ने कुरुमगढ़ थाना पर की गोलीबारी…

09 दिसम्बर(वेदांत समाचार)। एक करोड़ के इनामी राशि वाले नक्सली प्रशांत बोस (Naxalite Prashant Bose Arrest) की गिरफ्तारी के बाद भी नक्सलियों की जवाबी कार्रवाई जारी है. बुधवार की रात नक्सलियों ने जिले के चैनपुर प्रखंड के कुरुमगढ़ थाना (Gumla Kurumgarh Police Station) पर गोलीबारी की. इस दौरान पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की और नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब दिया. पुलिस और नक्सलियों के बीच हुई गोलीबारी के बाद पुलिस को भारी पड़ता देख नक्सली अंधेरे का फायदा उठाकर भाग खड़े हुए. इस मुठभेड़ में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है. गोलीबारी की घटना के बाद के नक्सलियों की धरपकड़ के लिए पुलिस सर्च अभियान चला रही है.

इस मामले में गुमला एसपी ने बताया कि रात में थाना के पास गोलीबारी की गई है. इसकी जांच की जा रही है और डीएसपी को मौके पर भेजा गया है. पुलिस की ओर से भी जवाबी कार्रवाई की गई है. थाना में मौजूद पुलिस ने भी मोर्चा संभालते हुए कई राउंड फायरिंग की है. इस हमले में अभी तक किसी के हताहत होने की जानकारी नहीं मिली है. गुमला एसपी ने की इस घटना की पुष्टि की है. घटना के बाद पूरे इलाके में भय का माहौल व्याप्त है. गुमला से अतिरिक्त पुलिस बल को घटनास्थल के लिए किया गया रवाना साथ में गुमला एसपी अभियान भी घटनास्थल पर पहुंचे हैं.

पुलिस ने इलाके में शुरू किया है सर्च अभियान

जानकारी मिल रही है कि पुलिस ने पूरे क्षेत्र में सर्च अभियान शुरू कर दिया है. कुछ दिनों पहले भी भाकपा माओवादियों ने कुरूमगढ़ के नवनिर्मित थानाभवन को बम लगाकर विस्फोट कर दिया था. इस मामले में पुलिस मुख्यालय ने लापरवाही बरतने के आरोप में गुमला एसपी डॉ एहतेशाम वकारिब को शो-कॉज किया है. जवाब मिलने के बाद पुलिस मुख्यालय इसकी समीक्षा कर निर्णय लेगा.पुलिस मुख्यालय को जानकारी मिली थी कि रविवार की रात 12.30 बजे नक्सलियों ने नये थाना भवन को विस्फोट कर उड़ाया था. गुमला एसपी को घटना की जानकारी दूसरे दिन सोमवार की सुबह 6.30 बजे मिली.

थाने पर हमले की बाद में मिली थी जानकारी, दिया गया कारण बताओ नोटिस

उन्होंने इस घटना की जानकारी तत्काल वरीय पदाधिकारियों को न देकर दो घंटे बाद करीब 8.30 बजे दी. वहीं दूसरी ओर पुलिस मुख्यालय की ओर से नक्सली बंद को देखते हुए नक्सल प्रभावित थाना व पुलिस पिकेट की सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त करने का निर्देश दिया गया था. इसके बावजूद कुरूमगढ़ के नये थाना भवन की सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं की गयी थी.