रायपुर। राजधानी में पिछले तीन दिनों से पुलिस परिजन अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे थे। इनकी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बुधवार सुबह उच्चस्तरीय कमेटी का गठन किया है। कमेटी गठित होते ही पुलिस परिजनों ने आंदोलन ख़त्म कर दिया है।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर उच्च स्तरीय कमेटी गठित की गई है। जिसमे एडीजी हिमांशु गुप्ता की अध्यक्षता में गठित टीम में बस्तर आईजी सुंदरराज पी, डीआईजी बीएल ध्रुव और आईजी मिलना कुर्रे को शामिल किया गया है। कमेटी जल्द ही पुलिस परिजनों की मांगों की रिपोर्ट तैयार कर सरकार को सौंपेगी।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण कीर्तन राठौर ने बताया कि पिछले तीन दिनों से सभी जिलों के आरक्षक और नगर सेना पुलिस के परिजन राजधानी में धरना दे रहे थे। इस सबंध में कमेटी के सदस्यों की मुलाक़ात डीजीपी से हुई थी। मुख्यमंत्री के निर्देश पर इनकी मांगों को लेकर एक उच्च स्तरीय कमेटी गठित की गई है। आंदोलन कर रहे पुलिस परिजनों को आश्वस्त किया गया है कि किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी, जिसके बाद इन्होने अपना आंदोलन समाप्त कर दिया है।
नियमितीकरण, वेतन वृद्धि, समान सुविधाओं जैसी कई मांगों को लेकर पुलिस में सहायक आरक्षकों के परिवार से जुड़ी महिलाएं, बच्चे और पुरुष भी पिछले तीन दिन से राजधानी में हैं। पुलिस वालों के इन परिजनों ने 6 दिसंबर को पुलिस मुख्यालय के घेराव की कोशिश की थी। रायपुर पुलिस ने उन्हें रोक लिया। महिलाओं से धक्कामुक्की और मारपीट भी हुई थी। कई महिलाओं के कपड़े तक फट गए थे। इसके बाद उन्हें सप्रे स्कूल में बनी अस्थाई जेल में रखा गया।
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