Uttarakhand Snowfall : बद्रीनाथ, केदारनाथ, नेलांग, औली.. बर्फ ही बर्फ, तराई में मौसम अलग, ऐसे प्लान करें यात्रा

Uttarakhand Weather : निचले इलाकों में हल्की बारिश (Uttarakhand Rain) हो रही थी, लेकिन अब मौसम शुष्क हो जाएगा. 10 दिसंबर के बाद मौसम के तेवर फिर बदल सकते हैं और मौसम विभाग (IMD) इस पर नज़र बनाए हुए है. इधर, पहाड़ों में बर्फबारी (Snowfall) के दो असर हुए. एक तो जीवन कठिन हो गया और यातायात (Traffic Due to Snowfall) संबंधी दिक्कतें भी हो गईं, तो दूसरी तरफ कुदरत की खूबसूरती (Natural Beauty) रूहानी हो गई. हसीन तस्वीरों में देखिए उत्तराखंड की आवाज़ देती हुई शांत वादियों (Valleys of Uttarkahand) के नज़ारे

देहरादून. दिसंबर और जनवरी के महीने उत्तराखंड में बर्फबारी के लिहाज़ से काफी संवेदनशील होते हैं और रोमांचक भी. पहाड़ों में रहने वालों के लिए यह मौसम बहुत कठिनाइयां लेकर आता है, तो वहीं यहां घूमने आने वाले पर्यटकों के लिए यह मौसम बेहद खास हो जाता है. सोमवार को राज्य के बद्रीनाथ धाम में भारी बर्फबारी हुई तो केदारनाथ में भी. वहीं, नेलांग बॉर्डर, औली और चमोली के ब्रह्मताल में बर्फबारी से खूबसूरत नज़ारों की तस्वीरें आईं. इधर, तराई का मौसम अगले तीन दिनों में शुष्क रहने की संभावनाएं हैं.

 बद्रीनाथ धाम में सोमवार को ज़बरदस्त हिमपात हुआ तो लगभग 2 फीट बर्फ जम गई. धाम में मास्टर प्लान के कार्य प्रभावित हो गए हैं, तो वहीं नर नारायण पर्वत, नीलकंठ पर्वत पर बर्फबारी होने से चारों तरफ बर्फ की सफेद चादर जम गई. पारा शून्य से नीचे गिर चुका है. हालांकि बद्रीनाथ धाम में इन दिनों केवल सुरक्षाकर्मी, देवस्थानम बोर्ड के कर्मचारी और पीएसी, गढ़वाल मंडल विकास निगम, आईटीबीपी और भारतीय सेना के जवान रहते हैं.

बद्रीनाथ धाम में सोमवार को ज़बरदस्त हिमपात हुआ तो लगभग 2 फीट बर्फ जम गई. धाम में मास्टर प्लान के कार्य प्रभावित हो गए हैं, तो वहीं नर नारायण पर्वत, नीलकंठ पर्वत पर बर्फबारी होने से चारों तरफ बर्फ की सफेद चादर जम गई. पारा शून्य से नीचे गिर चुका है. हालांकि बद्रीनाथ धाम में इन दिनों केवल सुरक्षाकर्मी, देवस्थानम बोर्ड के कर्मचारी और पीएसी, गढ़वाल मंडल विकास निगम, आईटीबीपी और भारतीय सेना के जवान रहते हैं.

 सीमांत जनपद उत्तरकाशी के नेलांग बॉर्डर से बर्फबारी के बाद सुंदर नज़ारों की तस्वीर सामने आई. पूरी बॉर्डर घाटी ने बर्फ की सफेद चादर ओढ़ ली. बर्फबारी ने नेलांग घाटी को और अधिक सुंदर बना दिया. इस घाटी में ज्यादा बर्फबारी के कारण गंगोत्री राष्टीय राजमार्ग पर फिसलन बढ़ गई है और बीआरओ रास्ते को दुरुस्त करने में जुटा है.

सीमांत जनपद उत्तरकाशी के नेलांग बॉर्डर से बर्फबारी के बाद सुंदर नज़ारों की तस्वीर सामने आई. पूरी बॉर्डर घाटी ने बर्फ की सफेद चादर ओढ़ ली. बर्फबारी ने नेलांग घाटी को और अधिक सुंदर बना दिया. इस घाटी में ज्यादा बर्फबारी के कारण गंगोत्री राष्टीय राजमार्ग पर फिसलन बढ़ गई है और बीआरओ रास्ते को दुरुस्त करने में जुटा है.

 इधर, औली में बर्फबारी के बाद नज़ारे हसीन हो गए. चारों तरफ बर्फ बिछी हुई है. औली में पर्यटकों के आने का इंतजार है. दिसंबर के पहले सप्ताह में हुई अच्छी बर्फबारी से पर्यटन व्यवसायियों के चेहरे भी खिले हुए हैं.

इधर, औली में बर्फबारी के बाद नज़ारे हसीन हो गए. चारों तरफ बर्फ बिछी हुई है. औली में पर्यटकों के आने का इंतजार है. दिसंबर के पहले सप्ताह में हुई अच्छी बर्फबारी से पर्यटन व्यवसायियों के चेहरे भी खिले हुए हैं.

 केदारनाथ धाम में भी बर्फबारी की तस्वीरें सामने आईं. समाचार एजेंसी एएनआई ने जो तस्वीरें मंगलवार सुबह जारी कीं, उनके हिसाब से बाबा केदार के मंदिर पर बर्फ की परत चढ़ गई है. गौरतलब है कि चारों धामों की यात्रा को नवंबर माह में शीतकाल के लिए बंद किया जा चुका है.

केदारनाथ धाम में भी बर्फबारी की तस्वीरें सामने आईं. समाचार एजेंसी एएनआई ने जो तस्वीरें मंगलवार सुबह जारी कीं, उनके हिसाब से बाबा केदार के मंदिर पर बर्फ की परत चढ़ गई है. गौरतलब है कि चारों धामों की यात्रा को नवंबर माह में शीतकाल के लिए बंद किया जा चुका है.

 रविवार और सोमवार को पहाड़ों में बर्फबारी के बाद मंगलवार को मौसम सुहाना दिखा. निचले ​इलाकों में सुबह से धूप खिलने के साथ लोगों को ठंड से राहत मिली तो पहाड़ी इलाकों में भारी बर्फबारी के बाद कड़ाके की ठंड पड़ रही है. मौसम निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार आठ दिसम्बर के बाद से एक ओर ताजा पश्चिमी विछोभ का प्रभावी बनता दिख रहा है. ऐसे में कुछ दिन मौसम साफ रहने के बाद एक बार फिर मौसम में बदलाव होगा.

रविवार और सोमवार को पहाड़ों में बर्फबारी के बाद मंगलवार को मौसम सुहाना दिखा. निचले ​इलाकों में सुबह से धूप खिलने के साथ लोगों को ठंड से राहत मिली तो पहाड़ी इलाकों में भारी बर्फबारी के बाद कड़ाके की ठंड पड़ रही है. मौसम निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार आठ दिसम्बर के बाद से एक ओर ताजा पश्चिमी विछोभ का प्रभावी बनता दिख रहा है. ऐसे में कुछ दिन मौसम साफ रहने के बाद एक बार फिर मौसम में बदलाव होगा.