रायपुर06 दिसम्बर(वेदांत समाचार)। मुख्यमंत्री ने किसान सम्मेलन में राज्य भर से आये किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश में बीते तीन साल में रक़बा भी बढ़ा और किसानों की संख्या भी बढ़ी साथ ही कहा कि हमारी परंपरा को हमने अर्थ से जोड़ा।प्रदेश में चरवाहा की आय किसी नौकरी पेशा से अधिक हो गई है। यह इसलिए हो पाया क्योंकि अब किसानों को विश्वास हो गया कि किसानी भी लाभदायक है। हमने कचरा इकट्ठा करने को भी लाभ से जोड़ है अब यहाँ कचरा इकट्ठा करने वालों को रोज़गार मिला है तो साथ ही कचरा प्रबंधन में मदद मिल रही है। इसीलिए छत्तीसगढ़ ने लगातार तीसरी बार स्वच्छतम प्रदेश का अवार्ड लिया। श्री बघेल ने कहा कि हमारी प्राचीन परम्परा को लेकर हम संकोच न करें उन्हें हम आगे बढ़ाएं। हमने छत्तीसगढ़ में लोगों को अपनी परम्परा और संस्कृति से फिर से जुड़ने के लिए प्रेरित किया। अब लोग यहाँ गौरवान्वित महसूस करते हैं।
उन्होंने कहा कि भगवान राम से हमारा रिश्ता मामा-भाँजा का है। हमारे यहाँ धान की नपाई के दौरान काठा में गिनती की शुरुआत राम से होती है। हमारी दिनचर्या के हिस्से में भी राम बसे हैं। उन्होंने कहा कि हम सिर्फ़ अपनी परम्परा से जुड़े रहने का प्रयास कर रहे हैं। इसमें अलग से कुछ करने जैसा कुछ नहीं है। चाहे वो छेरछेरा हो, पुन्नी हो या तीजा-पोरा, इन सभी त्योहारों से भावना जुड़ी है और यहाँ इन त्योहारों में गौरव का भाव है। कोरोना काल में भी उद्योग चलते रहें यह प्रयास हमने किया। उद्योगों को बढ़ावा देने हमारी सरकार ने हमने जितना काम किया किसी और सरकार ने नहीं किया। जैसे कि गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ सबको साथ में लेकर चलने का नारा है।
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