सूरजपुर 03 दिसम्बर(वेदांत समाचार)। जिले के पुलिस रक्षित आरक्षी केंद्र में तनाव प्रबंधन एवं आत्महत्या रोकथाम पर आज कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसका का मुख्य उद्देश्य पुलिस विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को तनाव और आत्महत्या रोकथाम पर अवगत कराना था ।
राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत आयोजित इस कार्यशाला को कलेक्टर ड़ॉ.गौरव कुमार सिंह एवं जिला पंचायत सीईओ राहुल देव के मार्गदर्शन में किया गया।
इस अवसर पर जिला नोडल अधिकारी (एनएमएचपी) डॉ. राजेश पैकरा ने अधिकारियों एवं कर्मचारियों को बताया तनाव जीवन के सुनहरे पलों को जीने नहीं देता है । तनाव कम करने के लिए कार्यस्थल और परिवार के लोगों के मध्य बातचीत के माध्यम से कम करना चाहिए| प्रभावी वार्तालाप से कैसे कार्यस्थल पर तनाव को दूर कर सकते हैं इसका उदाहरण उन्होंने खेल गतिविधि के माध्यम से करवाया जिसमे तनाव घटाने के टिप्स बताये गये ।
डॉ. पैकरा ने कहा: ‘’हमें काम के साथ-साथ मनोरंजन और खेलकूद की गतिविधियों में भी बढ़-चढ़कर भाग लेना चाहिए जिससे तनाव को कम करने में मदद मिलती है । परिवार एवं परिवार के बाहर भी खुशनुमा माहौल बनाने का प्रयास करना चाहिए जिससे अन्य लोगों को भी खुशी मिल सके ।‘’
मनोवैज्ञानिक सचिन मातुरकर एवं सोशल वर्कर प्रियंका मण्डल ने बताया: ‘’आत्महत्या तनाव की अंतिम स्थिति होती है । तनाव प्रबंधन को अगर उचित रूप से किया जाए तो आत्महत्या रोकथाम में मदद मिलती है । एक अच्छा राजदार आपको तनाव से मुक्ति दिला सकता है । आत्महत्या रोकथाम के लिए हमें लोगों के व्यवहार में आ रहे बदलाव को भी समझना चाहिए और उन्हें चिकित्सीय सलाह और उनके आसपास के वातावरण को खुशनुमा बनाने का प्रयास करना चाहिए । यदि कोई व्यक्ति अत्यधिक तनाव में रहता है तो उसके लिए जिला चिकित्सालय में स्थित स्पर्श क्लिनिक के परामर्शदाता से संपर्क करना चाहिए परामर्शदाता उसकी समस्याओं को समझने और उसे हल करने का प्रयास भी करता है।‘’
कार्यक्रम को मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.आरएस सिंह, जिला परिवार कल्याण अधिकारी डॉ.काशीराम खुसरो, सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक डॉ.शशि तिर्की, जिला कार्यक्रम प्रबंधक डॉ.अनिता पैकरा, सीनियर नर्सिंग ऑफिसर नंदकिशोर वर्मा, नर्सिंग ऑफिसर मनोज कुमार का सहयोग से कार्यशाला का आयोजन किया गया ।
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