CBSE Term 1 Exam question papers latest news: सीबीएसई बोर्ड टर्म 1 परीक्षा में प्रश्न पत्रों की छपाई को लेकर एक गलती दोहराई जा रही है. प्रश्न पत्र बोर्ड द्वारा जारी दिशानिर्देशों के अनुसार प्रिंट नहीं किये जा रहे हैं. इस संबंध में केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने खुद अपनी वेबसाइट cbse.gov.in पर नोटिस जारी कर परीक्षा केंद्रों को चेतावनी दी है. इसमें स्कूल प्राचार्यों और एग्जाम सेंटर सुपरिटेंडेंट्स को तत्काल प्रभाव से वह गलती रोकने और बोर्ड के नियमों का पालन करने का निर्देश दिया गया है. जानिये क्या है वह गलती और सीबीएसई ने क्या कहा?
सीबीएसई ने ऑफिशियल नोटिस में कहा है कि ‘हमारे संज्ञान में आया है कि कुछ परीक्षा केंद्रों पर इंग्लिश और हिन्दी दोनों भाषाओं में पहले ही प्रश्न पत्र छाप लिए जा रहे हैं. उसके बाद इन्हें स्टूडेंट्स के बीच बांटा जा रहा है. यह सीबीएसई द्वारा बताये गये नियमों के खिलाफ है.’
क्या है नियम
सीबीएसई बोर्ड ने कहा है कि ‘गाइडलाइंस (CBSE Exam guidelines) के अनुसार, इंग्लिश मीडियम स्टूडेंट्स के लिए परीक्षा केंद्रों को पहले सिर्फ इंग्लिश में क्वेश्चन पेपर्स छापने हैं और एग्जाम के समय इन्हें ही स्टूडेंट्स को देना है. किसी भी प्रश्न पत्र का हिन्दी वर्ज़न सिर्फ तब प्रिंट करना है जब किसी स्टूडेंट को इसकी जरूरत हो. यही प्रक्रिया हिन्दी मीडियम के लिए फॉलो की जानी है. जहां स्टूडेंट्स का इंस्ट्रक्शन मीडियम हिन्दी है, वहां पहले सिर्फ हिन्दी में प्रश्न पत्र छापने हैं. अगर कोई स्टूडेंट उसका इंग्लिश वर्ज़न मांगता है, तब इंग्लिश पेपर प्रिंट करके उसे देना है.’
गौरतलब है कि सीबीएसई टर्म 1 एग्जाम (CBSE Term 1 Exam) में बोर्ड लगभग सभी विषयों के लिए हिन्दी और इंग्लिश भाषाओं में अलग-अलग प्रश्न पत्र दे रहा है. एक ही पेपर में दोनों भाषाओं में प्रश्न नहीं दिये गये हैं. अगर किसी स्टूडेंट ने परीक्षा का माध्यम हिन्दी चुना है, तो उसे पहले सिर्फ हिन्दी भाषा में ही प्रश्न पत्र दिये जाएंगे. एग्जाम के दौरान जरूरत पड़ने पर स्टूडेंट को निरीक्षक से इंग्लिश क्वेश्चन पेपर की मांग करनी होगी, तब इंग्लिश मीडियम का क्वेश्चन पेपर उसी समय प्रिंट करके उस स्टूडेंट को दिया जाएगा. इसी तरह इंग्लिश मीडियम चुनने वाले स्टूडेंट्स के लिए भी किया जाना है.
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