कोविड वैक्सीनेशन महाभियान, रंग लाई मेहनत : करतला, कोरबा विकासखण्डों में शत-प्रतिशत लोगों को लगी पहली डोज, अब कटघोरा, पाली और पोड़ी-उपरोड़ा की बारी

कोरबा 2 दिसम्बर (वेदांत समाचार)। पिछले महीने 18 तारीख को जिले में चलाए गए कोविड वैक्सीनेशन महाभियान और 29, 30 नवंबर तथा एक दिसंबर के तीन दिनी वैक्सीनेशन अभियान के बूस्टर चरण के अंतिम आंकड़े आ गए हैं। कलेक्टर श्रीमती रानू साहू के नेतृत्व में जिला प्रशासन के अधिकारियों, स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं, मितानिनों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से लेकर पंचायत स्तर के अधिकारी-कर्मचारियों की मेहनत ने अपना रंग दिखा दिया है। वैक्सीनेशन महाभियानों की बदौलत कोरबा जिले के करतला और कोरबा दो विकासखण्डों में अनुमानित लक्ष्यानुसार 18 साल से अधिक उम्र के शत-प्रतिशत लोगों को वैक्सीन की पहली डोज लगा दी गई है। कोरोना के नए वैरिएंट ओमीक्रॉन के खतरे को देखते हुए जिले में इसे विशेष उपलब्धि माना जा रहा है और अब बाकी बचे तीन अन्य विकासखण्डों कटघोरा, पाली और पोड़ी-उपरोड़ा में अभियान तेज कर दिया गया है। कोरबा और करतला विकासखण्डों में अनुमानित लक्ष्य से शत-प्रतिशत लोगों को पहली डोज लगाने की उपलब्धि हासिल करने पर कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने सभी अधिकारियों-कर्मचारियों सहित जिले वासियों को भी बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने अन्य तीनों विकासखण्डों में 18 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों से भी जल्द से जल्द कोविड वैक्सीन लगवाने की अपील की है।


जिला प्रशासन ने पिछली जनसंख्या के आंकड़ों के हिसाब से जिले में 18 साल से अधिक उम्र के कुल नौ लाख चार हजार 198 लोगों को कोविड वैक्सीनेशन के लिए अनुमानित लक्ष्य माना है। करतला विकासखण्ड में यह अनुमानित लक्ष्य एक लाख 09 हजार 253 और कोरबा विकासखण्ड में एक लाख 09 हजार 735 है। अब तक करतला विकासखण्ड में इस अनुमानित लक्ष्य के विरूद्ध एक लाख 09 हजार 604 लोगों को कोरोना का पहला टीका लगाया जा चुका है। इसी तरह कोरबा विकासखण्ड में अपने अनुमानित लक्ष्य से एक लाख 09 हजार 764 लोगों को कोविड वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है। दूसरी डोज के लिए समयावधि पूरी करने के बाद करतला विकासखण्ड में 66 हजार 954 लोगों को और कोरबा विकासखण्ड में 56 हजार 119 लोगों को वैक्सीन का दूसरा डोज भी दिया जा चुका है। जिले में अब कटघोरा, पाली, पोड़ी उपरोड़ा और शहरी क्षेत्रों में 18 साल से अधिक उम्र के शत-प्रतिशत लोगों को कोविड का टीका लगाने के लिए पांच दिसंबर तक टीकाकरण का एक और बूस्टर चरण शुरू कर दिया गया है।


जिले में कोरोना को बढ़ने से रोकने के लिए कलेक्टर श्रीमती रानू साहू के नेतृत्व में थ्री टी. एण्ड व्ही. फॉर्मूले पर काम किया जा रहा है। अधिक से अधिक जांच कर प्रारंभिक अवस्था में ही कोरोना की पहचान कर लोगों को जरूरी ऐहतियात के साथ ईलाज की सुविधा दी जा रही है। संक्रमितों के संपर्क में आए लोगों की ट्रेसिंग कर मॉनिटरिंग की जा रही है। इसके साथ ही शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन पर भी जोर दिया जा रहा है। वैक्सीन को ही अभी कोरोना से बचाव का सबसे बड़ा और कारगर हथियार मानकर जिले में 18 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों का टीकाकरण इस महीने के अंत तक अनिवार्यतः करने का लक्ष्य प्रशासन ने निर्धारित किया है। इसी तारतम्य में 18 नवंबर को वृहद वैक्सीनेशन ड्राईव पूरे कोरबा जिले में चलाई गई। इस एक दिन में ही जिले में एक लाख 08 हजार 806 लोगों को कोविड का टीका लगाया गया। इस दिन 60 हजार 337 लोगों को पहला और 48 हजार 469 लोगों को कोरोना का दूसरा टीका लगाया गया। स्वास्थ्य अमले के साथ अन्य विभागो के अधिकारी-कर्मचारी के बेहतर आपसी समन्वय ने जिले में शत-प्रतिशत टीकाकरण के लक्ष्य को प्राप्त करने की आशाओं को पंख लगाए और विकासखण्डवार शत-प्रतिशत टीकाकरण की रणनीति पर अमल किया गया।

एक बार फिर तीन दिनी वैक्सीनेशन अभियान के बूस्टर चरण का 29, 30 नवंबर और एक दिसंबर को विकासखण्ड कोरबा, कटघोरा, करतला और नगरीय क्षेत्रों में आयोजन हुआ। इन तीन दिनों में ही तीनों विकासखण्डो और कोरबा के नगरीय क्षेत्रों में 51 हजार 376 लोगों को वैक्सीनेट किया गया। इस दौरान 28 हजार 715 लोगों को पहली और 22 हजार 661 लोगों को कोविड वैक्सीन की दूसरी खुराक दी गई। इस अभियान से कोरबा और करतला विकासखण्डों में 18 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों को कोविड वैक्सीन की पहली खुराक देने का लक्ष्य प्राप्त कर लिया गया है। इसके लिए तीनों विकासखण्डों में 402 टीकाकरण केन्द्र बनाए गए थे। 444 वैक्सीनेटरों ने टीकाकरण केन्द्रों के साथ-साथ 42 मोबाइल युनिटों के माध्यम से भी लोगों को कोरोना का टीका लगाया। डेढ़ हजार से अधिक अधिकारी-कर्मचारियों ने इसमें अपनी सक्रिय सहभागिता निभाई। कोरोना का टीका लगाने के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए प्रचार-प्रसार गांव स्तर तक किया गया। कोटवारों के माध्यम से मुनादी के साथ-साथ आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओ, मितानिनों, स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं और पंचायत अमले ने भी लोगों को प्रोत्साहित कर टीकाकरण केन्द्रों तक आने में सक्रिय भूमिका निभाई। सभी के सम्मिलित प्रयास से जिले के दो विकासखण्ड कोरोना की पहली डोज के मामले में अपना लक्ष्य पा चुके हैं। अब तीन अन्य विकासखण्डों और नगरीय क्षेत्रों में टीकाकरण का विशेष अभियान शुरू हो गया है। आपसी समन्वय से कोविड से बचाव के लिए किया जा रहा यह प्रयास भी निश्चित ही सफल होगा।

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