आईएएस दीपक रावत को मिली नई जिम्मेदारी, बनाए गए कुमाऊं कमिश्नर; शासन ने आदेश किया जारी…

01दिसम्बर (वेदांत समाचार)। उत्तराखंड के वरिष्ठ आईएएस दीपक रावत (IAS Deepak Rawat) अब कुमाऊं के आयुक्त होंगे. बुधवार को शासन ने उनके तबादले के आदेश जारी कर दिए. बुधवार को सचिव कार्मिक अरविंद सिंह ह्यांकी ने उनके तबादला आदेश जारी किए. शासन ने पिटकुल से हटाते हुए आईएएस दीपक रावत को यह जिम्मेदारी सौंपी है.

बुधवार को सचिव कार्मिक अरविंद सिंह ह्यांकी ने उनके तबादला आदेश जारी किए. दीपक रावत को इसके साथ ही आरएस टोलिया, उत्तराखंड प्रशासनिक अकादमी के निदेशक की जिम्मेदारी भी सौंपी गई है. आईएएस दीपक रावत वैसे तो अपने अलग अंदाज को लेकर शुरू से ही बाकी अफसरों से कुछ अलग दिखाई देते रहे है, लेकिन 2007 बैच के इस अफसर को सोशल मीडिया पर सबसे ज्यादा उनके हरिद्वार जिलाधिकारी रहते हुए पहचाना गया.

बागेश्वर और नैनीताल के रहे चुके हैं जिलाधिकारी

इससे पहले दीपक रावत बागेश्वर और नैनीताल के जिलाधिकारी समेत कुमाऊं मंडल विकास निगम के एमडी की अहम जिम्मेदारी भी निभा चुके हैं. इसके बाद उन्हें कुंभ मेला अधिकारी भी बनाया था. जिसके बाद हाल ही में इन्हें ऊर्जा निगम में प्रबंध निदेशक जैसी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी भी दी गई थी.

ऊधमसिंह नगर के DM समेत बदले गए 35 IAS और पीसीएस

इसके साथ सरकार ने राज्य में बड़े स्तर पर आईएएस और पीसीएस अफसरों के तबादले किए हैं. राज्य सरकार ने जिलाधिकारी ऊधमसिंह नगर समेत 35 आइएएस और पीसीएस अधिकारियों के तबादले किए हैं. शासन ने जिलाधिकारी ऊधमसिंह नगर की जिम्मेदारी आईएएस युगल किशोर पंत को सौंपी है. जबकि वर्तमान जिलाधिकारी रंजना को अपर सचिव पर्यटन, नागरिक उड्डयन और मुख्य कार्यकारी अधिकारी की जिम्मेदारी दी गई है. इसके साथ ही मंडलायुक्त कुमाऊं सुशील कुमार को मंडलीय आयुक्त गढ़वाल बनाया गया है जबकि मंडलायुक्त कुमाऊं की जिम्मेदारी किसी को नहीं सौंपी गई है.

इसके अलावा राज्य सरकार ने सचिव हरबंश सिंह चुघ के रिटायर होने के कारण इस पद पर किसी को नियुक्त नहीं किया है. दरअसल, सरकार द्वारा देर रात जारी तबादला सूची के अनुसार अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी का प्रभार बढ़ाते हुए उन्हें ऊर्जा और वैकल्पिक ऊर्जा का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है. वहीं सीएम धामी के करीबी अफसरों में शुमार प्रमुख सचिव आरके सुधांशु से राज्य परिसंपत्तियों और सूचना प्रौद्योगिकी की जिम्मेदारी छीन ली गई है.