कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन की दहशत ने सरकारों को एक बार फिर से अपने फैसलों की समीक्षा करने को मजबूर कर दिया है। ओमिक्रॉन के संकट के बीच महाराष्ट्र की राजधानी में मुंबई में एक बार फिर से स्कूल खोलने के फैसले को बदल दिया गया है। दुनिया में कोरोना के ओमिक्रॉन वेरिएंट के कहर के मद्देनजर कक्षा 1-7 के लिए स्कूल अब 1 दिसंबर से नहीं खुलेंगे।
बृहन्मुंबई नगर निगम ने इस बात की जानकारी दी कि मुंबई में कक्षा 1 से सात तक के सभी स्कूल अब 15 दिसंबर से खुलेंगे। पहले बीएमसी ने 1 दिसंबर से ही स्कूलों को खोलने का फैसला किया था, मगर जिस तरह से ओमिक्रॉन का खतरा बढ़ता जा रहा है, ऐसे में बीएनसी ने स्कूल खोलने के फैसलों की फिर से समीक्षा की और अब 15 दिसंबर से इसे खोलने का निर्णय लिया।
बता दें कि मुंबई में ओमिक्रॉन का खतरा लगातार मंडरा रहा है, क्योंकि बीते 15 दिनों में दक्षिण अफ्रीकी देशों से करीब एक हजार यात्रीर शहर में आए हैं और उनमें से महज 100 लोगों की ही जांच हुई है। इतना ही नहीं, बीएमसी के पास अभी महज 466 लोगों की ही सूची है, जबकि 534 लोगों की लिस्ट अब तक नहीं मिली है। यहां बताना जरूरी है कि ओमिक्रॉन वेरिएंट सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में ही पाया गया।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने सोमवार को आगाह किया था कि प्रारंभिक साक्ष्य के आधार पर वायरस के नए स्वरूप ‘ओमीक्रोन’ से विश्व को काफी खतरा है और इसके ‘गंभीर परिणाम’ हो सकते हैं। संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी ने सदस्य देशों को एक तकनीकी ज्ञापन जारी करते हुए कहा कि नए स्वरूप के बारे में ‘काफी अनिश्चितता’ बनी हुई है। इस नए स्वरूप का पहला मामला दक्षिणी अफ्रीका में सामने आया था।
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