Omicron Variant से निपटने को क्या होगा मास्टर प्लान, राज्यों संग मंथन कर रही केंद्र सरकार

कोरोना वायरस के नए वेरिएंट Omicron को लेकर पूरी दुनिया में दहशत का माहौल है। भारत भी इस वायरस के नए स्वरूप को लेकर पूरी तरह से सतर्क है। भारत में भले ही अबतक एक भी ओमिक्रॉन के मामले नहीं मिले हैं, बावजूद इसके मोदी सरकार इससे बचने के उपायों को लेकर कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती। ओमिक्रॉन वेरिएंट की दहशत के बीच केंद्र सरकार राज्यों के साथ एक अहम बैठक कर रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के के साथ ओमिक्रॉन को लेकर बैठक कर रहे हैं। सुबह करीब 10:30 बजे शुरू हुई इस मीटिंग में तमाम राज्यों के अधिकारी मौजूद हैं।

यह बैठक ऐसे वक्त में हो रही है, जब दक्षिण अफ्रीका में ओमिक्रॉन वेरिएंट मिलने के बाद अफ्रीकी देशों पर कई देश यात्रा प्रतिबंध लगा चुके हैं। फिलहाल राहत की बात यह है कि भारत में अब तक इस वेरिएंट का एक भी मामला नहीं मिला है। आज की बैठक से एक दिन पहले यानी सोमवार को केंद्र ने कहा था कि वर्तमान में देश में ओमिक्रॉन वेरिएंट के एक भी मामले का पता नहीं चला है। हालांकि, महाराष्ट्र और कर्नाटक में दो समूहों की जांच चल रही है।

सोमवार को ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के सभी नागरिकों से कोरोना के नए वेरिएंट से सतर्क रहने का आग्रह किया था और इस बात पर जोर दिया था कि केंद्र की प्राथमिकता लोगों का बेहतर स्वास्थ्य है। बता दें कि बीते सप्ताह पहली बार दक्षिण अफ्रीका में ओमिक्रॉन वेरिएंट का पता चला था, इसके बाद डब्ल्यूएचओ ने इसे चिंताजनक वायरस करार दिया था। इसके बाद से ही दुनिया भर के देश एक बार फिर इसके प्रकोप को रोकने के लिए हाई अलर्ट पर हैं।

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