बेरोजगारी को लेकर गुस्से में टॉवर पर चढ़ा ETT टीचर, अकाली दल के नेता ने कांग्रेस पर साधा निशाना…

पंजाब की राजधानी चंडीगढ़ में बेरोजगारों को रोजगार देने की मांग को लेकर एक ETT (Elementary Teacher Training) शिक्षक बीएसएनएल के एक मोबाइल टावर पर चढ़ गया. इस टॉवर के ठीक सामने अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया का सरकारी निवास है. जब पता लगा कि शिक्षक टावर पर चढ़ गया है तब फायर ब्रिगेड को इसकी सूचना दी गई. फायर ब्रिगेड सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची और शिक्षक को नीचे उतारने का प्रयास करने लगी, हालांकि सारी कोशिशें बेकार साबित हुईं.

शिक्षक ने लाख बार बोलने के बाद भी टॉवर से उतरने से इनकार कर दिया. इस पूरी घटना पर बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि ये ईटीटी अध्यापक दिखाता है कि किस तरह से पंजाब की कांग्रेस सरकार (Punjab Congress) ने जनता के साथ किए गए वायदों को पूरा नहीं किया है. यही वजह है कि बेरोजगार युवकों को इस तरह से पानी की टंकियों और मोबाइल टावर पर चढ़कर विरोध करना पड़ रहा है.

मजीठिया ने नवजोत सिद्धू को किया चैलेंज

वहीं, अकाली दल के प्रदर्शन को लेकर मजीठिया ने कहा कि वो नवजोत सिंह सिद्धू को चैलेंज करते हैं कि वो कानून के दायरे में रहकर उनके खिलाफ कोई भी कार्यवाही करके दिखाएं. बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू का असली दर्द ये है कि उसे कांग्रेस ने सीएम पद पर नहीं बिठाया इसी वजह से वो अपनी खीझ अकाली नेताओं पर उतारना चाहते हैं. बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा, ‘नवजोत सिंह सिद्धू जिस ड्रग्स रिपोर्ट की बात कर रहे हैं वो पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में सील्ड लिफाफे में बंद पड़ी है. लेकिन उसके बावजूद इस रिपोर्ट के आधार पर नवजोत सिंह सिद्धू उन्हें गिरफ्तार करने की बात करके हाईकोर्ट की अवमानना भी कर रहे हैं.’

बिक्रम सिंह (Bikram Singh Majithia) ने नवजोत सिंह सिद्धू को चैलेंज किया कि वो कानून के दायरे में रहकर अकाली दल के नेताओं और उन पर कोई भी कार्यवाही करके दिखाएं नहीं तो जो बात नवजोत सिंह सिद्धू कह रहे हैं कि वो ड्रग्स मामले की जांच रिपोर्ट खुलवाने को लेकर मौन व्रत पर बैठेंगे, अगर वो अपने पिता भगवंत सिंह के असली पुत्र हैं तो उपवास पर बैठकर और इस मामले में कोई कार्यवाही करके दिखाएं.