बिलासपुर 23 नवंबर (वेदांत समाचार)। बिलासपुर में सोमवार की रात बहू के कमरे का दरवाजा बाहर से बंद कर महिला की कुल्हाड़ी मारकर हत्या कर दी गई। मंगलवार की सुबह महिला की खून से लथपथ लाश कमरे में मिली है। वारदात के बाद संदेही पति फरार है। ऐसे में पुलिस को शक है कि महिला का पति ही हत्यारा है। लिहाजा, उसकी तलाश की जा रही है।
मिली जानकारी के अनुसार कोटा थाना के बेलगहना चौकी के ग्राम बरर निवासी उमाबाई यादव 50 साल अपने घर में पति जोगी यादव, बेटा लीलाराम व बहू एश्वर्य के साथ रहती थी। सोमवार की रात 8.30 बहू सास-ससुर के साथ खुद खाना खाई और काम निपटाने के बाद कमरे में सो गई। इस दौरान उसका पति लीलाराम यादव काम से बिलासपुर गया था। सुबह एश्वर्या की नींद खुली तब कमरे का दरवाजा बाहर से बंद था। उसने आवाज लगाई। लेकिन, बाहर कुछ आहट सुनाई नहीं दी। इस पर चिल्लाने लगी। तब आवाज सुनकर पड़ोसी उनके घर पहुंचे। उन्होंने कमरे का दरवाजा खोला, तब एश्वर्या बाहर निकली। वह अपनी सास व ससुर की जानकारी ली, तब सास उमाबाई की लाश बिस्तर में खून से लथपथ पड़ी थी। वहीं, ससुर जोगीराम गायब था। कुछ ही देर में उमाबाई की हत्या की खबर गांव में फैल गई। इस घटना की सूचना मिलते ही पुलिस भी गांव पहुंच गई। घर के बाहर वारदात में प्रयुक्त टंगिया भी मिला। पुलिस जोगीराम की तलाश कर रही है।
बहू को नहीं लगी भनक
पुलिस की पूछताछ में बहू एश्वर्या ने बताया कि वह रात में खाना खाने के बाद सो गई थी। इस बीच रात में क्या हुआ इसकी उसे कोई जानकारी नहीं है। सुबह उसकी नींद खुली, तब दरवाजा बाहर से बंद था। दरवाजा खुलवाने के बाद ही उसे अपनी सास उमाबाई की हत्या की जानकारी मिली।
बेटे ने कहा माता-पिता के बीच होता था विवाद
मां की हत्या की खबर मिलते ही बेटा लीलाराम भी गांव पहुंच गया। उसने पुलिस को बताया कि उसके पिता जोगीराम यादव पिछले 10 साल से भनवारटंक स्थित मरहीमाता मंदिर के पास भीख मांगता था। इससे उसे अच्छे रुपए भी मिलते। रुपए के लेनदेन व पारिवारिक विवाद अक्सर उनकी माता-पिता के बीच होता था।
आत्महत्या करने की आशंका
पुलिस की जांच में पता चला कि जिस मकान में महिला की हत्या हुई है, उसके एक कमरे में पंखे पर नाइलोन की रस्सी भी लटक रही थी। ऐसे में माना जा रहा है कि हत्या की वारदात के बाद जोगीराम ने भी फांसी लगाकर आत्महत्या करने की कोशिश की होगी। लेकिन, बाद में इरादा बदलकर वह फरार हो गया होगा। SDOP आशीष अरोरा का कहना है कि जोगीराम के मिलने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।
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