गुजरात23 नवंबर (वेदांत समाचार)। गुजरात में प्राइमरी स्कूल लगातार 20 महीने से ज्यादा समय तक बंद रहने के बाद सोमवार से दोबारा शुरू हो गए. इसे लेकर बच्चों में उत्साह भी देखा गया, लेकिन डांग जिले तलेटी गांव में एक 11वीं के छात्र ने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया. धोलकिया विद्या मंदिर में पढ़ने वाले इस छात्र ने स्कूल में ही फांसी लगा ली. घटना की सूचना मिलते ही सापूतारा पुलिस स्कूल पहुंची और पंचनामा कर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा. हालांकि, छात्र के पास से सुसाइड नोट न मिलने से अब तक आत्महत्या के कारणों का खुलासा नहीं हो सका है.
स्कूल से मिली जानकारी के अनुसार 16 साल की मृतक आदिवासी छात्र थी. और पढ़ाई में बहुत होनहार थी. इसलिए पढ़ाई का तनाव का मामला नहीं हो सकता. स्कूल से मिली जानकारी के अनुसार, सोमवार से ही स्टूडेंट का शव स्कूल के पीछे बने शेड में लटकता पाया गया है. इसकी जानकारी तब हुई, जब लंच के समय कुछ स्टूडेंट खेलते-खेलते उस जगह पहुंच गए. फिलहाल मामले की जांच जारी है.
22 साल के युवक ने लगाई फांसी
रतलाम में रविवार रात 22 साल के युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. मृतक मुजाहिद खान मोबाइल रिपेयरिंग का कार्य करता था. मुजाहिद का परिवार कुछ समय पहले गुजरात के बड़ौदा शिफ्ट हो गया था. मुजाहिद किराए के घर में अकेले ही रहता था. जहां उसने फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली. मृतक को आखरी बार शनिवार रात देखा गया था. जिसके बाद रविवार के दिनभर दरवाजा नहीं खुलने पर पास में रहने वाले किराएदार ने दरवाजे के ऊपर लगी जाली में अंदर देखा तो मृतक का शव कमरे में फंदे पर लटका हुआ था.
जिसकी सूचना मिलने पर स्टेशन रोड थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मृतक के शव को फंदे से उतारकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल पहुंचाया. हालांकि अभी आत्महत्या के कारणों का खुलासा नहीं हो सका है. बता दें कि रतलाम जिले में युवाओं में लगातार आत्महत्या के मामले बढ़ रहे हैं. बीते 15 दिनों में करीब एक दर्जन युवाओं ने फांसी लगाकर आत्महत्या की है.
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