22 नवंबर (वेदांत समाचार)। ट्विटर के इंडियन ऑप्शन कू (Koo) ने देश में काफी पॉपुलैरिटी हासिल की है. सेलीब्रेटीज और दूसरी मशहूर हस्तियों ने भी इस प्लेटफॉर्म का इस्तमाल करना शुरू कर दिया है. वेरीफाईड मेम्बर्स को वैलिडिटी ऑफर करने के लिए, कू एमिनेंस नामक एक बैज ऑफर करता है, जो ट्विटर के ब्लू टिक की तरह ही काम करता है. कू के मुताबिक, यलो टिक (Koo Yellow Tick) का अवार्ड प्रीडिफाइन क्राइटेरिया पर बेस्ड है और यह एक रिकग्नीशन है कि यूजर “भारत और भारतीयों की आवाज” का एक खास रिप्रीजेंटेटिव है.
अब बात आती है कि यलो टिक किसे मिल सकता है? कू एमिनेंस टिक (Koo Eminence Tick) खरीदा नहीं जा सकता है. यह प्रीडिफाइन क्राइटेरिया पर बेस्ड है जो प्रतिष्ठा या कद या उपलब्धियों या क्षमताओं या पेशेवर स्थिति (Professional Status) को पहचानता है. कू का दावा है कि इवैलुएशन क्राइटेरिया भारतीय संदर्भ में बनाए गए हैं और इसमें बदलाव हो सकता है.
यलो टिक पाने के लिए क्या हैं शर्तें
कू एमिनेंस रिकॉग्निशन के लिए वैलुएशन में इंटरनल रिसर्च और थर्ड पार्टी के पब्लिक रिसोर्सेज के मिक्सचर का इस्तमाल करता है. यलो टिक क्राइटेरिया का रिव्यू हर साल मार्च, जून, सितंबर और दिसंबर में किया जाता है.
क्राइटेरिया में शामिल नहीं की गई एक्सेप्शनल कंडीशन में कू यलो टिक ऑफ एमिनेंस भी ऑफर कर सकता है. यूजर कू ऐप के अंदर से या eminence.verification@kooapp.com पर लिखकर यलो टिक एमिनेंस वेरीफिकेशन के लिए अप्लाई कर सकते हैं.
वैलुएशन प्रोसेस 10 दिनों के भीतर ऑफर की जाएगी. हालांकि, कुछ मामलों में वेरीफिकेशन को पूरा करने के लिए रिएक्शन में देरी हो सकती है.
- इन फैक्ट्स के आधार पर दिया जाएगा वेरीफिकेशन
- किसी कैंडीडेट पर जरूरी ध्यान देने के साथ प्रिंट/ऑनलाइन मीडिया में न्यूज आर्टिकल
- कैंडीडेटों पर जरूरी ध्यान देने के साथ प्रोग्राम/चैनलों में इंटरव्यू
- ऐसे पब्लिशिंग हाउस की बुक/पब्लिकेशन जो किसी कैंडीडेट से संबंधित न हों
- डेजिगनेशन या पुरस्कार/उपलब्धि
यलो टिक को यूजर्स से वापस भी लिया जा सकता है
अगर अवार्ड का ऑरिजनल क्राइटेरिया बदल गया है तो कू के पास किसी भी समय और बिना किसी नोटिफिकेशन के वेरीफिकेशन टिक को हटाने का अधिकार है.
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