पाकिस्तान के मुस्लिम बच्चों और अध्यापकों में निराशा, करतारपुर गुरुद्वारे में जाकर दर्शन करने पर लगी पाबंदी..

20 नवंबर (वेदांत समाचार)। पंजाब प्रदेश कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू करतारपुर कॉरिडोर के फिर से खुलने के ठीक तीन दिन बाद आज गुरुद्वारा करतारपुर साहिब  पहुंचे. उसी दौरान टीवी9 ने वहां पहुंचे लोगों से बातचीत की है जिसमें पाकिस्तान के लोगों ने भारत के लोगों का स्वागत किया है. बातचीत के दौरान टीवी9 को पता चला कि पाकिस्तान के नरोवाल कस्बे से आए स्कूल के मुस्लिम बच्चों और अध्यापकों को गुरुद्वारे में दर्शन नहीं करने दिए जा रहे. जिस वजह से मुस्लिम बच्चों और अध्यापकों में निराशा पैदा हो गई है. बता दें ये पाबंदी 25 नवंबर तक लगाई गई है.

पंजाब कांग्रेस के अध्‍यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू आज श्री करतारपुर साहिब के दर्शन करने के लिए कारिडोर से होकर पाकिस्तान रवाना हुए थे. उनके साथ पंजाब की कैबिनेट मंत्री अरुणा चौधरी और कांग्रेस विधायक कुलजीत सिंह जीरा भी थे. शिक्षा मंत्री परगट सिंह भी सिद्धू के जाने के बाद डेरा बाबा नानक में करतारपुर कारिडोर पहुंचे और इसके बाद पाकिस्‍तान स्थित गुरुद्वारा श्री करतार साहिब के दर्शन के लिए रवाना हुए थे.

प्रमुख जनरल बाजवा के गले लगने पर हुई थी आलोचना

बता दें करतारपुर पहुंचने पर वहां के सीईओ ने सिद्धू का स्वागत करते हुए उन्हें फूलों की माला पहनाई. उन्होंने कहा, ‘मैं प्रधानमंत्री इमरान खान की ओर से आपका स्वागत करता हूं’ इस पर सिद्धू ने कहा, ‘मैं आपका बहुत आभारी हूं. इमरान खान मेरा बड़ा भाई है.उसने मुझे बहुत प्यार दिया है. पूर्व क्रिकेटर और पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष सिद्धू पहले भी पाकिस्तान जाकर विवादों में घिर चुके हैं. पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल बाजवा के गले लगने के चलते उन्हें कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा था.

सिद्धू को 18 नवंबर को मुख्‍यमंत्री चरणजीत सिंह चन्‍नी के जत्‍थे के साथ जाने की अनुमति नहीं मिल पाई थी. सिद्धू इसे बड़े मौके के तौर पर देख रहे हैं. उन्होंने कहा था, ‘लांघा (कारिडोर) खुल गया है. इसके साथ ही असंख्य संभावनाएं भी खुली हैं. मैं वहां जाकर पंजाब की ‘तरक्की की नई राह’ पर बात करूंगा.’आज गुरुद्वारा श्री करतारपुर के लिए 370 श्रद्धालुओं को मंजूरी मिली है.

गौरतलब है कि कोरोना के कारण दो साल से बंद पड़े करतारपुर कारिडोर के दोबारा खुलने के बाद अब दोनों ओर से (भारत व पाकिस्तान) अटारी बार्डर के जरिए फिर से व्यापार की मांग उठना शुरू हो गई है. 18 नवंबर को पंजाब के वित्तमंत्री मनप्रीत बादल और पाकिस्तानी पंजाब के मंत्री, विधायक और संसदीय सचिव उनसे मिले तो इनमें भी दोनों देशों में व्यापार खोलने और पाकिस्तान में बनाए गए गेस्ट कंट्रोल जैसे मुद्दों पर बात हुई.

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