दिल्ली 20 नवंबर (वेदांत समाचार)। दिल्ली पुलिस की साउथ वेस्ट जिले की स्पेशल टीम ने अंतर्राज्यीय गैंग का पर्दाफाश किया. इस दौरान पुलिस टीम ने ऑटो लिफ्टर गैंग के 4 शातिर चोरों को गिरफ्तार किया है. जिनके पास से 21 लग्जरी गाड़ियां बरामद की हैं, जिसमें 10 फॉर्च्यूनर कार शामिल हैं. इनकी कीमत करीब 5 करोड़ रुपये बताई जा रही है.उनका सरगना दुबई में बैठकर इस गैंग को ऑपरेट कर रहा था. पुलिस के मुताबिक गैंग का सरगना वहीं से बैठकर अपने गुर्गों को आदेश देता है. पुलिस ने बताया कि गैंग के सदस्य मणिपुर, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश से जुड़े हुए हैं.
दरअसल, साउथ वेस्ट पुलिस के मुताबिक सफदरजंग एन्क्लेव थाना पुलिस को बीते 3 अक्टूबर को मोहम्मद इखलाक नाम के शख्स ने 2 अक्टूबर को अपनी टोयोटा फॉर्च्यूनर कार पार्किंग से चोरी होने की शिकायत दर्ज कराई थी. इस मामले की जानकारी मिलने के बाद जिले की पुलिस कार चोरों (Car Theft) तक पहुंचने में जुट गई. वहीं साउथ वेस्ट जिले के DCP गौरव शर्मा, ADCP अमित गोयल, ACP अभिनंदन जैन और स्पेशल स्टाफ के इंस्पेक्टर राकेश शर्मा की टीम ने आबिद नाम के शख्स को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में आबिद ने बताया कि वह सारिक सट्टा गैंग का सदस्य है. इस गैंग का सरगना सारिक दुबई में बैठकर इस गैंग को चला रहा है.
गाड़ी वापस मिलने के बाद बच्चा फूला न समाया
पुलिस के मुताबिक, जब एक परिवार की गाड़ी चोरी हुई तो उनका 4 साल का बच्चा सदमे में चला गया था, जिसके बाद पुलिस ने इस परिवार के अलावा और कई गाड़ियां बरामद कीं. इसके बाद बच्चे की हालत में सुधार हुआ. इसके बाद जब बरामद गाड़ी लेने ये बच्चा परिवार के साथ पुलिस के पास पहुंचा तो अपनी गाड़ी देखकर फूला न समाया. यही वजह थी कि पुलिस ने उस बच्चे के पिता की गाड़ी में बैलून भरकर बच्चें को गाड़ी वापसी का तोहफ़ा दिया.
दिल्ली पुलिस की टीम भेजी गई मणिपुर और मेरठ
बता दें कि गैंग की पूरी जानकारी मिलने के बाद पुलिस की 2 टीमें बनाई गई, जिसमें एक टीम मणिपुर और दूसरी टीम मेरठ भेजी गई. जिसके बाद मोहम्मद आसिफ को मेरठ से गिरफ्तार कर लिया गया. आसिफ से पूछताछ के बाद सलमान को भी गिरफ्तार किया गया. मेरठ और इंदौर के रहने वाले आरोपी सलमान और आसिफ ने पूछताछ में गैंग के क्राइम करने के तरीके का खुलासा किया. जांच में पता चला कि आसिफ अलग-अलग ऑटो लिफ्टर्स से बेहद ही सस्ते में चोरी की गाडिय़ां खरीदता था और फिर इंदौर में सलमान को बेच दिया करता था.
गैंग क सरगना दुबई से कर रहा था ऑपरेट
गौरतलब है कि पुलिस ने आरोपी आसिफ के फोन की जांच की तो कई चेसिस नंबर की तस्वीरें मिलीं, जो उसने कोलकाता और हैदराबाद के डीलर्स को भेजी थी. पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में आसिफ ने बताया कि इस गैंग का सरगना सारिक हुसैन उर्फ सट्टा है. उसे आखिरी बार दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने साल 2018 में गिरफ्तार किया था. जमानत पर जेल से रिहा होने के बाद वो देश छोड़कर भाग गया और अब दुबई में बैठकर अपने गैंग को चला रहा है.
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