कोण्डागांव 18 नवंबर (वेदांत समाचार)। फरसगांव विकासखण्ड के आलीबेड़ा गांव के एक परिवार की तीन बेटीयों में जन्मजात विलक्षण मोतियाबिंद की शिकायत मिलने और देख पाने में असमर्थ होने पर सीएमएचओ डॉ टीआर कुंवर के निर्देश पर उन्हें जिला अस्पताल में नेत्र की जांच कर उपचार के लिए लाया गया। बता दे कि अक्सर मोतियाबिंद वयोवृद्ध लोगो में पाया जाता है परंतु कुछ मामलों में मोतियाबिंद की शिकायत जन्म से ही नवजात शिशु की आंखों में देखी जाती है।
जुलाई 2021 में चलाये गये मोतियाबिंद मुक्त कोण्डागांव अभियान के तहत् सभी विकासखण्डों के 606 मोतियाबिंद के मरीजों का उपचार जिला अस्पताल में लाकर किया जा चुका है।
तीनों बहनों में से दो बड़ी बहनों वंदना मरकाम एवं सविना मरकाम की उम्र क्रमशः 17 वर्ष और 14 वर्ष है । जिससे इनका इलाज विगत माह में नेत्र सर्जन डॉ कल्पना मीणा ने सफलतापूर्वक सम्पन्न कर लिया था। परंतु सबसे कम 10 वर्ष की यमुना मरकाम की आयु कम होने के कारण उसके इलाज में जटिलताएं आ रही थीं। फिर सामान्य निश्चेतना के द्वारा ऑपरेशन करने का निर्णय लिया गया। ऑपरेशन में नेत्र सर्जन सहित नेत्र विशेषज्ञ सोनू सेठी, निश्चेतना विशेषज्ञ डॉ राहुल तिवारी, डॉ अनिल देवांगन एवं नेत्र सहायक अधिकारी अनिल वैध, अशोक कश्यप, स्टॉफ नर्स नंदा शील, आरती महानंद, अभिलाषा मरकाम, परमेश्वर साहू, पिंकी साहू ने अपना सहयोग दिया।
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