17 नवंबर (वेदांत समाचार)। पानीपत के समालखा में छोटी दीपावली के दिन एक किशोर लापता हो गया था. जिसके बाद किशोर का शव ईंख के खेत से बरामद हुआ था. पुलिस ने इस मामले को सुलझा लिया है. दरअसल बेटे की बहस करने की आदत से परेशान होकर उसके सौतेले पिता ने ही उसकी हत्या कर दी. छोटी दीपावली के दिन आरोपी पिता बेटे को बाइक पर बैठाकर पत्थरगढ़ गांव की ओर ले गया और यमुना के किनारे एक ईख के खेत में गमछे से गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी थी. किसी को शक ना हो इसके लिए पिता ने थाने में बेटे की गुमशुदगी की शिकायत भी कर दी थी.
अब 13 दिन बाद पुलिस की छानबीन में मामले की हकीकत सामने आ गई है. खटीक बस्ती स्थित राधा-कृष्ण मंदिर के पुजारी डालचंद उर्फ घनश्याम ने चार नवंबर को पुलिस से शिकायत की थी कि उसका 15 साल का बेटा आदित्य छोटी दिवाली की सुबह 11 बजे से घर से लापता है.
पत्नी को था पति पर बेटे की हत्या करने का शक
पुलिस ने आदित्य को ढूंढने की बहुत कोशिश की, लेकिन उसका कहीं पता नहीं चल सका. वही पुजारी डालचंद की पत्नी अपने पति पर ही बेटे की हत्या करने का शक कर रही थी. पुलिस ने उसके शक के आधार पर डालचंद को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की तो वह टूट गया और पूछताछ में कबूल कर लिया कि उसका सौतेला बेटा आदित्य उससे बहस करता था. इसलिए वह तीन नवंबर को उसे बाइक पर अपने साथ बैठाकर पत्थरगढ़ गांव के खेत में ले गया और गमछे से गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी.
शक ना हो इसलिए की पुलिस में शिकायत
किसी को शक ना हो इसलिए आरोपी पिता ने ढूंढने का बहाना बनाते हुए पुलिस से शिकायत की. 9 नवंबर को ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस को आदित्य का शव मिला. शव सड़ चुका था. पुलिस ने शिनाख्त का प्रयास किया, लेकिन पहचान नहीं हो पाई. पुलिस ने लावारिस मानते हुए शव का अंतिम संस्कार करवा दिया. थाना प्रभारी नरेंद्र कुमार ने बताया कि परिजनों ने फोटो और कपड़ों से उसकी पहचान की है. आरोपी को अदालत में पेश कर रिमांड पर ले लिया गया है.
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