मध्य प्रदेश 17 नवंबर (वेदांत समाचार)। मध्य प्रदेश के गुनामें एक परिवार का समाज की पंचायत ने बहिष्कार कर दिया है. परिवार पर किसी भी शादी, यहां तक कि अंतिम संस्कार में शामिल होने पर भी रोक लगा दी गई है. समाज के दूसरे लोगों से भी उनसे संबंध रखने पर मना कर दिया गया है. यह परिवार शहर के शिवाजी नगर में रहता है. पंचायत ने मंदिर जमीन के विवाद के चलते इस परिवार का बहिष्कार कर दिया है.
वहीं पंचायत ने परिवार को समाज में वापस लेने के लिए पगड़ी पैरों में रखने, सिर पर जूता रखने, गोमूत्र पीने और पुरुषों की दाढ़ी कटवाने की शर्त रखी है. यह मामला तब सामने आया. जब पीड़ित परिवार मंगलवार को जनसुनवाई में कलेक्टर को इस शिकायत का आवेदन देने पहुंचा.
दाढ़ी कटाओ, तब मिलेगी एंट्री
पीड़ित हीरालाल ने बताया कि समाजवालों का कहना है कि समाज में वापस आने के लिए प्रायश्चित करना पड़ेगा. वह समाज में वापस लेने के लिए अलग-अलग शर्तें रख रहे हैं. समाज के लोग कह रहे हैं कि पहले दाढ़ी कटाओ, और अपनी पगड़ी समाज के लोगों के कदमों में रखो. समाज के लोगों के जूते अपने सिर पर रखो. पूरे परिवार के सदस्यों को गोमूत्र पिलाया जाएगा, तब ही समाज में वापस लिया जाएगा. हीरालाल ने कहा कि ग्वाल समाज के पंच यही बात कह रहे हैं.
मंदिर के लिए मांग रहे पूरी जमीन
शिवाजी नगर में रहने वाले हीरालाल घोषी ने बताया कि उनके परिवार की पुश्तैनी जमीन है. इसी जमीन पर ही समाज का मंदिर बना है. उन्होंने 3 बिसबा (1 बिसबा यानी 1300 स्क्वेयर फीट) जमीन मंदिर के लिए दान दे दी है. इस पर मंदिर का निर्माण जारी है. बाकी की जमीन पर उनके भाई और उनका घर बना हुआ है. उन्होंने बताया कि अब समाज के लोग पूरी जमीन मांग रहे हैं. इसके लिए उन पर निरंतर दबाव बनाया जा रहा है.
समाज से कर दिया बहिष्कार
हीरालाल ने बताया कि समाज ने पंचायत बुलाकर उनका और उनके परिवार का बहिष्कार कर दिया है. उन्हें समाज के किसी कार्यक्रम में शामिल होने की अनुमति नहीं है. समाज की पंचायत में बाकायदा पंचनामा बनाकर उनको बहिष्कृत किया गया है. पहले पंचनामा लिखकर मोहलत दी और इसके बाद समाज ने सभी संबंध खत्म कर दिए हैं. कोरोना में उनके भाई की मौत हुई है. उनके अंतिम संस्कार में भी समाज का कोई व्यक्ति शामिल नहीं हुआ है. उनके घर में शादी थी, इसमें भी समाज के लोगों को आने से मना कर दिया गया था. वहीं इस पूरे मामले में गुना एसपी ने संबंधित विभाग को जांच के बाद कार्यवाही करने के निर्देश दे दिए हैं.
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