प्याज की कीमतों में आई भारी गिरावट, दाम गिरकर 900 रुपये/क्विंटल पर आए, किसानों की चिंता बढ़ी..

 रिटेल मार्केट में प्याज का दाम 50 से 60 रुपये किलो है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि किसानों को कितना पैसा मिल रहा है? ज्यादातर किसान 900 से 1900 रुपये प्रति क्विंटल के रेट पर प्याज बेचने को मजबूर हैं. असली फायदा बिचौलिए और रिटेलर उठा रहे हैं. किसानों को मिलने वाला यह रेट महाराष्ट्र का है, जो देश का सबसे बड़ा प्याज उत्पादक है. एशिया की सबसे बड़ी प्याज मंडी लासलगांव में 16 नवंबर को प्याज का न्यूनतम दाम सिर्फ 901 रुपये प्रति क्विंटल आ गया. जबकि मॉडल प्राइसस 1880 रुपये प्रति क्विंटल रहा.

लासलगांव मंडी में 16 नवंबर को लाल प्याज का न्यूनतम दाम तो सिर्फ 600 रुपये प्रति क्विंटल रहा. जबकि मॉडल प्राइस 2020 रुपये क्विंटल रहा.

क्या कहते हैं किसान नेता?

महाराष्ट्र कांदा उत्पादक संगठन के संस्थापक अध्यक्ष भारत दिघोले ने TV9 हिंदी को बताया कि न्यूनतम रेट और मॉडल प्राइस पर सबसे ज्यादा लोग बिक्री करते हैं. अधिकतम रेट पर बहुत कम लोगों का प्याज खरीदा जाता है. इसलिए किसान को कितना मिल रहा है इसे जानने के लिए मिनिमम और मॉडल प्राइस देखना चाहिए.

कितना होना चाहिए दाम

दिघोले का कहना है कि प्रति क्विंटल प्याज की लागत 17-18 रुपये आ रही है. क्योंकि डीजल, खाद और लेबर कॉस्ट बढ़ गई है. ऐसे में हमें कम से कम 32 से 35 रुपये किलो का रेट मिलना चाहिए. वरना 9 और 18 रुपये किलो के रेट पर तो किसानों की आय दोगुनी नहीं हो सकती.

प्याज के रेट पर पॉलिसी बनाए सरकार

देश का 40 फीसदी प्याज महाराष्ट्र में होता है. जबकि महाराष्ट्र के अंदर की बात करें तो नासिक इसका गढ़ है.दिघोले का कहना है कि किसानों के प्याज का रेट व्यापारी तय करते हैं.जिस दिन किसान खुद अपनी उपज का दाम तय करने लगेगा उस दिन तस्वीर बदल जाएगी. हम चाहते हैं कि सरकार एक ऐसी पॉलिसी बनाए ताकि किसानों को 30 रुपये किलो से कम पर प्याज बेचने के लिए मजबूर न होना पड़े. ऐसा किया गया तभी किसानों की आय दोगुनी हो पाएगी.

क्या कहना है किसानों का

प्याज़ उत्पादक किसानों का कहना है कि इतने कम रेट पर तो उनकी लागत भी नहीं निकलेगी. क्योंकि डीजल के दाम में बेतहाशा वृद्धि हुई है. खेत की तैयारी का खर्च बढ़ गया है. उर्वरकों के दाम आसमान पर हैं. खेतों में काम करने वालों की मजदूरी भी बढ़ी है. हमारी मेहनत का सारा मुनाफा बिचौलिए और रिटेलर खा रहे हैं.