कोरबा SP ईमानदारी-संवेदनशीलता से जीत रहे लोगों का विश्वास, 88 साल के भूखे बैठे बुजर्ग को खुद कराया नाश्ता और छत्तीसगढ़ी में बोले-ऐला पूरा खाना हे तब…

कोरबा,16 नवम्बर (वेदांत समाचार)। कोरबा जिले में पुलिसकर्मियों के कई रोमांचक किस्सों और जांबाजी से भरा हुआ है। यहां के अनेक पुलिस अफसर अपने काम से सुर्खियों में रहे और नागरिकों का विश्वास जीता। इनमें आईपीएस बजहोजराम पटेल की एक अलग ही पहचान है। उनकी ईमानदारी और पीड़ित लोगों के प्रति संवेदनशीलता को पुलिसकर्मी ही नहीं शहर के लोग भी याद करते हैं।  पुलिस अफसरों की इमानदारी की चर्चा होते ही बहुत ही काम समय में पुलिसकर्मियों की जुबान पर आईपीएस भोजराम पटेल का नाम जरूर आ रहा है। इसी का उदाहरण आज हमें जनदर्शन के दौरान अलग नजारा देखने को मिला। जिसमे कोरबा के रामपुर निवासी 88 साल के मन्नू लाल मिश्र अपनी व्यथा लेकर एसपी भोजराम पटेल के पास पुहंचे। एसपी भोजराम को पता चला कि बुजुर्ग मन्नू लाल ने सुबह से कुछ भी नहीं खाया है…तो खुद अपने हाथ से उन्हें नाश्ता दिया और छत्तीसगढ़ी में बोले ..ऐला पूरा खाना हे तब तोर समस्या ला सुनबो हमन ह, अऊ ते नई खाबे त तोर समस्या ल हमन सुनन नई..है कि नहीं..

नाश्ता कराकर एसपी ने बुजुर्ग की समस्या सुनी। मन्नू लाल ने बताया कि उनके 4 बेटे हैं। लेकिन उनकी बीमार पत्नी का कोई ख्याल नहीं रख रहा है। मन्नू लाल मिश्र ने शायराना अंदाज में अपना दर्द बयां किया…इसके बाद एसपी भोजराम पटेल ने तत्काल भरण पोषण एक्ट के तहत मामला दर्ज कर तत्काल चारों बेटों को परिवार परामर्श केंद्र में बुलाने के निर्देश दिये। इसके साथ ही बुजुर्ग के पैर में चप्पल न होने पर एसपी ने चप्पल दिलाने की बात कही। चूँकि जिले के कप्तान भोजराम पटेल बचपन से ही जमीनी अधिकारी हैं। वे खुद रायगढ़ के सामान्य परिवार से आते हैं। आईपीएस बनने से पहले वे शिक्षाकर्मी थे। काफी संघर्ष करके वे आईपीएस बनेें।