14 नवंबर (वेदांत समाचार)। शनिवार को म्यांमार से सटे मणिपुर के चूराचांदपुर जिले में 46 असम राईफल्स के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल विपल्व त्रिपाठी के काफिले पर घात लगाकर हमला किया गया था. इस उग्रवादी हमले में असम राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर मेजर विप्लव त्रिपाठी समेत पांच जवान शहीद हो गए थे. इसमें पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद के शहीद जवान श्यामल दास भी शामिल हैं. उनका घर मुर्शिदाबाद के खारग्राम में कीर्तिपुर के पास है. रविवार की उनका पार्थिव शरीर उनके घर लाया जायेगा. पूरे इलाके में मातम पसरा हुआ है.
बता दें कि उग्रवादियों ने पहले आईईडी बलास्ट किया और फिर काफिले में चल रही गाड़ियों पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी थी. उग्रवादियों ने मेजर विप्लव के साथ मौजूद उनकी पत्नी और 8 साल के मासूम बेटे की भी गोली मार कर हत्या कर दी थी. हमले की जिम्मेदारी उग्रवादी संगठन पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) और मणिपुर नागा पीपुल्स फ्रंट (PMNPF) ने ली है. इस हमले में राइफलमैन सुमन स्वर्गियारी, खतनई कोनयक, आर पी मीणा, श्यामल दास में शहीद हो गए थे.
दुर्गा पूजा की छुट्टी में आये थे घर
शहीद जवान श्यामल दास कुछ देर पहले ही अपने परिवार के सदस्यों से फोन पर बात की थी. तब श्यामल ने कहा था कि वह क्वार्टर में जाकर बात करेंगे, लेकिन वह उसके आखिरी शब्द थे. फोन रखने के बाद उग्रवादियों ने उन पर हमला किया. घटना में उसकी जान चली गई. इलाके में मातम का साया पहले से ही छाया हुआ है. पारिवारिक सूत्रों के अनुसार दुर्गा पूजा के दौरान श्यामल छुट्टी पर घर आए थे, लेकिन लेकिन यह सब एक झटके में खत्म हो गया. अब सिर्फ उनका ताबूत पार्थिव शरीर लौट रहा है.
फोन पर मौत की दी गई जानकारी
श्यामल दास की पत्नी फूट-फूट कर रो रही हैं. उन्होंने कहा कि उनकी कल उनसे बात हुई थी, लेकिन बाद में एक फोन और हिंदी में बताया गया कि आंतकी हमले में उनकी मौत हो गई है. उसके बाद से परिवार के लोगों का बुरा हाल है. पुलिस द्वारा परिवार के सदस्यों को जानकारी दी गई है. अब आज उनका शव लाया जाएगा. इसे लेकर पूरे इलाके में मातम पसरा हुआ है. लोगों में इस हमले को लेकर चर्चा हो रही है.
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