रायपुर। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के मीडिया प्रमुख, मध्यप्रदेश पाठ्यपुस्तक निगम के पूर्व अध्यक्ष, पूर्व उपमहापौर तथा वरिष्ठ अधिवक्ता इकबाल अहमद रिजवी ने फिल्म स्टार कंगना रानौत के कथन ‘‘देश को मिली आजादी भीख थी’’, को निंदनीय एवं देशद्रोह की श्रेणी का बताते हुए उनको दिए गए पद्मश्री अलंकरण को वापस लेने की मांग राष्ट्रपति महोदय से की है क्योंकि कंगना का अमर्यादित कथन देश की अस्मिता को कलंकित करने वाला है। रानौत को यूएपीए (गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम) के अंतर्गत तत्काल गिरफ्तार किया जाना उचित होगा क्योंकि उनके निंदनीय कथन से राष्ट्रभक्त देशवासी आहत हुए हैं। रानौत को उनके देशद्रोही कथन के लिए देश निकाला का दण्ड देना भी सामयिक कदम होगा।
रिजवी ने कहा है कि अवश्य ही रानौत का अपमानजनक कथन यह सिद्ध करता है कि देश की आजादी चाहने वालों में उनके किसी भी पूर्वज ने भाग नहीं लिया है। रानौत के कथन ने महिला जगत को भी शर्मसार कर दिया है जिसकी भरपाई केवल यूएपीए से उनकी गिरफ्तारी से ही हो सकता है। कंगना का यह कथन भाजपा की टिकट के लिए प्रायोजित कदम की ओर इंगित है।
रिजवी ने देश की जनता से आव्हान कर कहा है कि कंगना रानौत की फिल्मों को रिलिज न होने दे तथा रिलिज होती है तो उसका बहिष्कार करें। स्वतंत्रता संग्राम की त्याग, तपस्या और बलिदान का कंगना ने जो अपमान किया है वह उनकी स्तरहीन मानसिकता का परिचायक है।
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