प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज शुक्रवार को भारतीय रिजर्व बैंक की दो नई स्कीम्स को लॉन्च कर दिया. लॉन्चिंग के इस अवसर पर पीएम मोदी ने देशभर में यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) के उपयोग की जमकर सराहना की और कहा कि पिछले सात सालों में भारत में डिजिटल लेन-देन में भारी इजाफा हुआ और इसमें 19 गुना बढ़ोतरी हुई है.
प्रधानमंत्री मोदी ने आरबीआई की दो ग्राहक-केंद्रित शुरुआत के लॉन्चिंग पर बोलते हुए कहा कि यूपीआई बहुत कम समय में डिजिटल लेन-देन के मामले में दुनिया का अग्रणी बन गया है. केवल सात सालों में, भारत में डिजिटल लेन-देन 19 गुना बढ़ गया है. आज हमारी बैंकिंग प्रणाली 24 घंटे, 7 दिन और 12 महीने देश में कहीं भी कभी भी चालू है.
पीएम मोदी ने कहा, ‘6-7 साल पहले तक बैंकिंग, पेंशन, बीमा, सब कुछ ‘भारत में एक विशेष क्लब’ जैसा हुआ करता था. देश के आम नागरिक, गरीब परिवार, किसान, छोटे व्यापारी-व्यवसायी, महिलाएं, दलित-वंचित-पिछड़ों के लिए ये सभी सुविधाएं बहुत दूर थीं.’
2.5 करोड़ से अधिक किसानों को KCC कार्डः PM मोदी
उन्होंने कहा कि कोविड में ही सरकार द्वारा छोटे किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड देने के लिए विशेष मुहिम चलाई गई. जिससे 2.5 करोड़ से अधिक किसानों को KCC कार्ड भी मिले और लगभग 2.75 लाख करोड़ का कृषि ऋण भी मिला. पीएम स्वनिधि योजना से करीब 26 लाख स्ट्रीट वेंडर्स को ऋण मिल चुका है.
पीएम मोदी ने कहा कि हमें देश की, देश के नागरिकों की आवश्यकताओं को केंद्र में रखना ही होगा. निवेशकों के भरोसे को निरंतर मजबूत करते रहना होगा. मुझे पूरा विश्वास है कि एक संवेदनशील और इन्वेस्टर फ्रेंडली डेस्टीनेशन के रूप में भारत की नई पहचान को RBI निरंतर सशक्त करता रहेगा.
लॉन्चिंग के अवसर पर पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना के इस चुनौतीपूर्ण कालखंड में वित्त मंत्रालय ने, आरबीआई और अन्य वित्तीय संस्थाओं ने बहुत प्रशंसनीय कार्य किया है. उन्होंने यह भी कहा कि आज जिन दो योजनाओं को लॉन्च किया गया है, उनसे देश में निवेश के दायरे का विस्तार होगा और कैपिटल मर्केट्स को एक्सेस करना निवेशकों के लिए अधिक आसान, अधिक सुविधाजनक बनेगा.
PM मोदी ने लॉन्च की RBI की 2 नई स्कीम्स
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज शुक्रवार को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की दो नई स्कीम्स को लॉन्च किया. पीएम मोदी की ओर से लॉन्च की गई 2 स्कीम्स हैं RBI रिटेल डायरेक्ट स्कीम और रिजर्व बैंक इंटिग्रेटेड ओंबड्समैन स्कीम. इसके जरिए देश में आम लोगों को निवेश का एक सुरक्षित और आसान जरिया मिलेगा.
आरबीआई रिटेल डायरेक्ट स्कीम के तहत, रिटेल निवेशक सरकारी सिक्योरिटीज में पैसा लगा सकेंगे. इससे उन्हें केंद्र और राज्य सरकारों की ओर से जारी सिक्योरिटीज में सीधे निवेश करने का नया जरिया मिलेगा. इस स्कीम के तहत, निवेशक भारतीय रिजर्व बैंक के साथ, आसानी से सरकारी सिक्योरिटीज अकाउंट को ऑनलाइन मुफ्त में खोल सकते हैं.
जबकि रिजर्व बैंक इंटिग्रेटेड ओंबड्समैन स्कीम का मकसद आरबीआई द्वारा रेगुलेटेड इकाइयों के खिलाफ ग्राहकों की शिकायतें के समाधान की बेहतर व्यवस्था मिलेगी. ये स्कीम वन नेशन-वन ओंबड्समैन पर आधारित है. इसमें ग्राहकों को शिकायत करने के लिए पोर्टल, ई-मेल और एड्रेस की सुविधा दी गई है. इससे लोगों को अपनी शिकायतें दर्ज कराने, दस्तावेजों को सब्मिट करने और फीडबैक देने के लिए एक जगह मिलेगी. शिकायतों के समाधान और शिकायत दर्ज कराने में मदद करने के लिए कई भाषाओं में टोल फ्री नंबर भी होगा.
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