बिहार में कई साल से है शराबबंदी… लेकिन पीने वालों में महाराष्ट्र से भी काफी आगे है प्रदेश

पांच साल पहले बिहार में शराब बिक्री पर रोक लगा दी गई थी. साल 2016 में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रदेश में शराबबंदी कर दी थी. लेकिन फिर भी शराब पीने के मामले में बिहार काफी आगे है और यहां के लोग महाराष्ट्र जैसे राज्यों से भी काफी ज्यादा शराब पी रहे हैं. ऐसे में सवाल उठते हैं कि आखिर शराब बंदी के बाद प्रदेश के लोग इतनी मात्रा में शराब कैसे पी रहे हैं.आइए जानते हैं शराब और बिहार से जुड़े वो आकंड़े, जो वाकई हैरान कर देने वाले हैं.2/5आप भी हैरान हो गए होंगे कि प्रदेश में पांच साल से शराब बंदी है, फिर भी शराब की ब्रिकी हो रही है. इसी का नतीजा है कि हाल ही में जहरीली शराब पीने से कई लोगों के मौत हो गई है. अगर आंकड़ों पर बात करें तो ड्राई स्टेट होने के बावजूद बिहार में महाराष्ट्र से ज्यादा लोग शराब पी रहे हैं. आप भी हैरान हो गए होंगे कि प्रदेश में पांच साल से शराब बंदी है, फिर भी शराब की ब्रिकी हो रही है. इसी का नतीजा है कि हाल ही में जहरीली शराब पीने से कई लोगों के मौत हो गई है. अगर आंकड़ों पर बात करें तो ड्राई स्टेट होने के बावजूद बिहार में महाराष्ट्र से ज्यादा लोग शराब पी रहे हैं.3/5इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट में राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण 2020 के हवाले से लिखा है, बिहार में 15.5 प्रतिशत पुरुष शराब पीते हैं, जबकि महाराष्ट्र में शराब प्रतिबंधित ना होने के बावजूद शराब पीने वाले पुरुषों की तादाद 13.9 फीसदी ही है. ये बताता है कि अभी भी बिहार में महाराष्ट्र से ज्यादा शराब का सेवान किया जा रहा है. इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट में राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण 2020 के हवाले से लिखा है, बिहार में 15.5 प्रतिशत पुरुष शराब पीते हैं, जबकि महाराष्ट्र में शराब प्रतिबंधित ना होने के बावजूद शराब पीने वाले पुरुषों की तादाद 13.9 फीसदी ही है. ये बताता है कि अभी भी बिहार में महाराष्ट्र से ज्यादा शराब का सेवान किया जा रहा है.4/5सर्वे में ये भी पता चला है कि ग्रामीण क्षेत्रों में 15.8 प्रतिशत और शहरी इलाकों में 14 फीसदी लोग शराब पीते हैं. यानी ड्राई स्टेट बिहार में शराब की पहुंच ग्रामीण इलाकों तक भी आसानी से हो रही है, जिस वजह से वहां लोग शराब का सेवन कर रहे हैं. सर्वे में ये भी पता चला है कि ग्रामीण क्षेत्रों में 15.8 प्रतिशत और शहरी इलाकों में 14 फीसदी लोग शराब पीते हैं. यानी ड्राई स्टेट बिहार में शराब की पहुंच ग्रामीण इलाकों तक भी आसानी से हो रही है, जिस वजह से वहां लोग शराब का सेवन कर रहे हैं.5/5वहीं, अगर महिलाओं की बात करें तो दोनों प्रदेश बिहार और महाराष्ट्र में एक समान 0.4 फीसदी जनसंख्या एल्कोहल का सेवन कर रही है. 
वहीं, अगर महिलाओं की बात करें तो दोनों प्रदेश बिहार और महाराष्ट्र में एक समान 0.4 फीसदी जनसंख्या एल्कोहल का सेवन कर रही है.