कुष्ठ रोगियों के लिए किया कोविड वैक्सीन कैंप का आयोजन, अब तक 900 लोगों को लगा टीका..

 ताहिरपुर  11 नवंबर (वेदांत समाचार)। दिल्ली के पास स्थित ताहिरपुर गांव में स्वयम संस्था ने कोविड-19 का टीकाकरण अभियान शुरू किया है. इसके तहत उन कुष्ठ रोगियों को वैक्सीन लगवाना है, जिन्हें आसानी से मदद नहीं मिल पाती. इस गांव की खास बात यह है कि यह भारत का सबसे बड़ा कुष्ठ रोग से ग्रसित लोगों का गांव है. स्वयम एक स्मिनू जिंदल चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा स्थापित की गई संस्था है जो विकलांग लोगों के लिए एक सुगम्य एवं सम्मानजनक वातावरण स्थापित करने का काम करती है.

स्थानीय अधिकारियों के साथ मिलकर स्वयम ने ताहिरपुर की कॉलोनियों में रहने वाले सभी कुष्ठ रोग से ग्रसित लोगों को वैक्सीनेट कराने का एक सफल अभियान चलाया. इस अभियान की शुरुआत 3 महीने पहले हुई थी और अब तक लगभग 900 कुष्ठ रोग निवासियों का कोविड-19 के खिलाफ टीकाकरण हो चुका है. यह अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक ताहिरपुर गांव के सभी निवासी अपनी इच्छा एवं पात्रता के अनुसार टीका लगवाना चाहेंगे.

कुष्ठ रोग के प्रति व्यापक भय एवं गलत धारणाओं के कारण ज़्यादातर लोग कुष्ठ रोगियों के पास नहीं जाना चाहते. ताहिरपुर गांव के लगभग 5000 परिवार पहले से काफी परेशानियां झेल चुके हैं और अब कोविड के चलते उनकी जिंदगी और कठिन हो गई है. ताहिरपुर के रहने वाले 61 साल के सुमई सोमेन ने बताया कि टीकाकरण केंद्र पास होने के बावजूद अपनी स्थिति के कारण हम वहां नहीं जा सकते थे. परन्तु स्वयम संस्था नें न सिर्फ हमें पंजीकृत करवाया बल्कि टीकाकरण केंद्र तक जाने के लिए सुगम्य वाहनों की भी व्यवस्था की.

कुष्ठ रोग व्यक्तियों के टीकाकरण के बारे में स्वयम की संस्थापक एवं चेयरपर्सन श्रीमती स्मिनू जिंदल जी ने कहा, ‘जब भारत महात्मा गांधी का 152वां जन्मदिवस मना रहा है, उनके कुछ मार्मिक शब्द यहां दोहराना उचित होगा. ‘एक समाज की उचित पहचान उससे होती है की वह अपने समाज के सबसे कमज़ोर वर्ग के साथ किस तरह का व्यवहार करता है।’

हरी ओम कुष्ठ आश्रम के सेक्रेटरी इंद्रजीत कुमार ने कहा, ‘स्वयम का इस तरहं से सहायतार्थ आना ताहिरपुर के निवासियों के लिए किसी आर्शीवाद से कम नहीं है. स्वयम ने कुष्ठ रोग निवासियों के लिए सुगम्य वाहन उपलब्ध कराए जिससे के वह लोग बिना किसी परेशानी के टीकाकरण केंद्र तक जा कर वापस आ सकें.