देशभर में कोरोना वायरस के खिलाफ वैक्सीनेशन अभियान जारी है। लेकिन कुछ ऐसे भी लोग है जो वैक्सीन लगवाने में लापरवाही बरत रहे है। वहीं कुछ ऐसे भी लोग है जिन्होंने वैक्सीन की पहला डोज तो ले ली है लेकिन दूसरी डोज लेने अब तक नहीं पहुंचे है।
इसी के मद्देनजर सभी शहर की स्वास्थ्य विभाग टीम सविधा अनुसार फॉर्मूले को उपयोग में लाने की तैयारी कर रही है। ताकि सभी कोरोना से बचाव का टिका लगवा ले। इसी के तहत इंदौर में मंगलवार को बड़ा संकल्प लिया। 23 नवंबर तक पूरी लक्षित आबादी का सेकंड डोज ड्यू हो जाएगा, क्योंकि 31 अगस्त तक सभी पहला डोज लगा चुके हैं।
प्रशासन के साथ विभिन्न धार्मिक, व्यापारिक, सामाजिक संगठनों ने घोषणा की है कि यदि 30 नवंबर के बाद कोई दोनों डोज का सर्टिफिकेट नहीं दिखाएगा तो उसे न दूध मिलेगा, न दुकानों से किराना आदि सामान देंगे। कलेक्टर मनीष सिंह के अनुसार, विदेशों में केस बढ़ रहे हैं, ऐसे में अपने यहां भी पूरी सावधानी रखना जरूरी है।
अब दूसरे डोज के लिए पूरे जिले में 10 से लेकर 20 नवंबर तक सतत दस दिन तक अभियान चलेगा और सभी को वैक्सीन लगवाएंगे। इसके लिए कलेक्टर मनीष सिंह की अध्यक्षता में रविंद्र नाट्य गृह में सभी व्यापारिक, औद्योगिक, सामाजिक, धार्मिक, सांस्कृतिक संगठनों के पदाधिकारियों के साथ बैठक हुई।
वहीं छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 9 नवम्बर से ही ऑन द स्पॉट कोरोना टीकाकरण अभियान शुरू कर दी है। इस अभियान के तहत टीकाकरण कर्मचारी शहर में घूम-घूम कर लोगों को कोरोना का टीका लगा रहे है।
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