सुकमा 09 नवंबर (वेदांत समाचार)। सीआरपीएफ कैंप में हुई घटना के बाद इंटरनेट मीडिया में वायरल हो रहे आडियो और वीडियो को एसपी सुनील शर्मा ने भ्रामक बताया। उन्होंने कहा कि आडियो और वीडियो में जो कहा जा रहा है कि जवान रात में पार्टी कर रहे थे, शराब पी रहे थे। ये सब बेबुनियाद बातें हैं। हमने जांच में पाया कि एक बैरक में सोए हुए जवानोंं पर साथी जवान ने फायरिंग की है।
जवानों के खड़े रहने या पार्टी करने पर जैसे साक्ष्य नहीं मिले हैं। जमीन और दीवारों पर गोलियाें के निशान साफ स्पष्ट कर रहे हैं कि अपने बैरक में जवान सो रहे थे, जिन पर हमला किया गया। वहां पर पार्टी करने आदि के साक्ष्य या सामान नहीं मिले हैं। ये सब बेबुनियाद अफवाह फैलाई जा रही है। हमारी जांच में अभी बहुत से तथ्य सामने आए हैं, हमने आसपास के ग्रामीणों से भी जानकारी जुटाई है।
वहीं सीआरपीएफ महानिदेशक कुलदीप सिंह लिंगमपल्ली कैंप पहुंचे। उनके अलावा एसपी सुनील शर्मा व एएसपी आंजनेय वैष्णव भी हेलीकाप्टर से पहुंचे। उनके साथ फोरेंसिक टीम भी कैंप पहुंची। फोरेंसिक टीम घटनास्थल से साक्ष्य जुटाया। इस दौरान अधिकारी जवानों से चर्चा कर कारणों को जानने का प्रयास किया गया। मालूम हो कि लिंगमपल्ली कैंप में सीआरपीएफ के एक जवान ने गोलीबारी की थी, इसमें चार जवानों की मौत हो गई थी और तीन जवान घायल हुए थे।
आरोपित जवान को मंगलवार को कोर्ट ले जाया गया
सुकमा जिले के लिंगमपल्ली कैंप में फायरिंग कर चार साथी जवानों की हत्या करने वाले सीआरपीएफ जवान रितेश रंजन को आज मंगलवार को कोर्ट में पेश किया गया। रितेश पर हत्या समेत अन्य धाराओं में मरईगुड़ा थाने में केस दर्ज किया गया है। उसकी मानसिक हालत की भी जांच कराई जा रही है। उसकी कंपनी में उसके सनक के किस्से पहले भी चर्चित रहे हैं। फोर्स यह जानने का प्रयास कर रही है कि उसने यह कदम क्यों उठाया।