मरने वाले बच्चों की संख्या बढ़कर 7 हुई, लेकिन मंत्री का दावा- अभी 4 ही मौतें हुई; कमलनाथ बोले- आंकड़े छिपाने का चल रहा खेल..

मध्य प्रदेश 09 नवंबर (वेदांत समाचार)। भोपाल में हमीदिया कैंपस के कमला नेहरू हॉस्पिटल में आग के बाद दम तोड़ने वाले बच्चों की संख्या बढ़कर 7 हो चुकी है. लेकिन सरकारी रिकॉर्ड में अब तक केवल 4 बच्चों की मौत दर्शाया जा रहा है. जबकि मॉर्च्यूरी में 7 बच्चों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए लाया गया. इस दौरान हमीदिया अस्पताल पहुंचे पूर्व CM और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्‍यक्ष कमलनाथ ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि आंकड़ों को छुपाने का खेल चल रहा है. घटना को लेकर प्रदेश सरकार ने घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं.

दरअसल इससे पहले राजधानी भोपाल के अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान मंगलवार सुबह हमीदिया अस्पताल पहुंचे थे. वहीं, सीएम शिवराज सिंह चौहान ने हादसे की जांच की जिम्मेदारी सुलेमान को दी है. वे 20 मिनट तक ही यहां रहे. उनके साथ गांधी मेडिकल कॉलेज के डीन भी थे. फिलहाल संभावना है कि CM शिवराज भी हमीदिया अस्पताल आ सकते हैं.

मंत्री बोले- अभी हुई 4 मौतें

वहीं, इस घटना के बाद से ही परिवारों का दावा है कि 4 बच्चों की मौत की जानकारी सरकार की ओर से दी गई है, लेकिन आंकड़े इससे कहीं ज्यादा हैं. उन सभी परिवारों का कहना है कि देर रात ढाई बजे से मंगलवार सुबह तक अस्पताल मैनेजमेंट ने कई परिवार वालों को उनके बच्चों की मौत की खबर दी है. ऐसे में संभावना है कि ये आंकड़ा तेजी बढ़ सकता है. इसके अलावा परिजन के आरोप पर मंत्री विश्वास सारंग का कहना है कि 4 बच्चों की ही मौत हुई है, जबकि बाकियों का बेहतर इलाज चल रहा है.

घटना की सूचना मिलते ही मंत्री समेत  प्रशासनिक अमला पहुंचा अस्पताल

बता दें कि बीती रात 9 बजे अचानक हमीदिया अस्पताल के कमला नेहरू बच्चा वार्ड में आग लग गई. घटना की सूचना मिलते ही पुराने भोपाल में हड़कंप मच गया. स्थानीय लोग घटनास्थल पर इकठ्ठा होना शुरू हो गए. वहीं, चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग तत्काल घटनास्थल पर पहुंचे वही कमिश्नर और डीआईजी भी बिना मौका गंवाए घटना स्थल पर पहुंचे, और मामले को संभाला और बचाव कार्य पर लगातार नजर बनाए रहे. डॉक्टर्स की टीम को भी अस्पताल बुलाया गया. बच्चों के परिजनों को वार्ड के अंदर नहीं जाने दिया जा रहा था जिसकी वजह से परिजन परेशान होकर बिलखते नजर आए.