अंबिकापुर 09 नवंबर (वेदांत समाचार)। अंबिकापुर शहर से लगे ग्राम नवापारा(भकुरा) में बुजुर्ग को कुचल मार डालने वाले दल से बिछड़े हाथी ने सोमवार की देर शाम ग्राम पोडिपा में समर साय गोंड़ को कुचल कर मार डाला।12 घण्टे के भीतर दो लोगों को मारने वाला हाथी अभी प्रतापपुर वन परिक्षेत्र के हरिहरपुर से लगे जंगल में मौजूद है।दल से अलग दंतैल हाथी के स्वच्छंद विचरण से प्रभावित क्षेत्र के लोग दहशत में है।अकेला हाथी होने के कारण इसकी निगरानी भी आसान नहीं है।बता दें कि इसी हाथी ने सोमवार सुबह अंबिकापुर से लगे ग्राम नवापारा(भकुरा) में चेतन राजवाड़े 60 वर्ष को कुचल कर मार डाला था। दल से बिछड़ा हाथी शाम को अंबिकापुर प्रतापपुर मार्ग के किनारे सकालो जंगल पहुंच गया था। सकालो का जंगल हाथियों का विचरण क्षेत्र है। समय-समय पर हाथी इस इलाके में आते रहे हैं लेकिन यहां से भी हाथी आगे बढ़ गया।
ग्राम पोडिपा में समर साय गोंड़ को मार डाला।उस वक़्त मृतक खेत से काम कर वापस लौट रहा था।संभावना जताई जा रही है कि यह हाथी आगे बढ़ते हुए प्रतापपुर वन परिक्षेत्र में प्रवेश कर जाएगा।यहां हाथियों के दो अलग-अलग दल विचरण कर रहे हैं। अकेला होने के कारण हाथी की सतत निगरानी बड़ी चुनौती है। दल से बिछड़ा हाथी किधर से आया यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो सका है ।
हालांकि वन अधिकारी यह संभावना जता रहे हैं कि दल से बिछड़ा हाथी लुंड्रा वन परिक्षेत्र के करदोनी जंगल की ओर से अंबिकापुर-रामानुजगंज मुख्य मार्ग को पार कर भकुरा नवापारा की ओर पहुंचा था हालांकि इस के स्पष्ट प्रमाण नहीं मिले हैं और न ही कोई प्रत्यक्षदर्शी मिला है जिसने हाथी को उस ओर से आता देखा हो।लुंड्रा वन परिक्षेत्र में अभी हाथियों की मौजूदगी भी नहीं है। संभावना यह भी जताई जा रही है कि प्रतापपुर वन परिक्षेत्र में विचरण कर रहे हाथियों के दल से अलग होकर यह हाथी भकुरा नवापारा पहुंच गया होगा।
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