नक्सली अब कॉमबैक्ट ड्रेस का इस्तेमाल कर पुलिस को दे रहे चकमा…

07 नवंबर (वेदांत समाचार)। झारखंड में नक्सलियों ने पुलिस और कमांडो को चकमा देने की नयी रणनीति बनाई है. इस रणनीति के तहत नक्सली अब कॉमबैक्ट ड्रेस का इस्तेमाल कर रहे हैं. जिससे ग्रामवासी से लेकर पुलिस के जवान चकमा खा जा रहे हैं और वे नक्सली पुलिस और गश्ती दल को धोखा देने में सफल रहते हैं. हाल में प्रतिबंधित नक्सली संगठन तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति कमेटी और झारखंड जनमुक्ति परिषद के वीडियो और फोटो से इसका खुलासा हुआ है, जिसमें वे कॉमबैक्ट ड्रेस ड्रेस पहने दिखाई दे रहे हैं.

प्रतिबंधित नक्सली संगठन तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति कमेटी (TSPC) और झारखंड जनमुक्ति परिषद (JJMP) के वीडियो और फोटो से इसका खुलासा हुआ है, जिसमें वे कॉमबैक्ट ड्रेस पहने दिखाई दे रहे हैं. उसके बाद पुलिस ने कॉमबैक्ट ड्रेस पर प्रतिबंध लगा दिया है.

कॉमबैक्ट ड्रेस का इस्तेमाल कर दे रहे हैं चकमा

पलामू के एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि आम लोग और नक्सली कॉमबैक्ट ड्रेस का इस्तेमाल करते हैं, जिससे कई बार भ्रम जैसी स्थिति उत्पन्न हो जाती है. उन्होंने बताया कि नक्सल संगठन हमले के दौरान भी इस ड्रेस का इस्तेमाल करते हैं, आम जनता यह समझती है कि उनके समक्ष पुलिस आई हुई है. एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने साफ तौर पर कहा कि यह ड्रेस प्रतिबंधित कर दिया गया है. शुरुआत में सभी से अपील की गई है बाद में सख्त कदम उठाए जाएंगे. उन्होंने स्वीकार किया कि इस तरह के ड्रेस से भ्रम की स्थिति पैदा होती है. इसलिए इस पर रोक लगाने का निर्णय किया गया है.

झारखंड पुलिस ने कॉमबैक्ट ड्रेस के इस्तेमाल पर लगाया प्रतिबंध

झारखंड की पुलिस ने हाल ही में कॉमबैक्ट ड्रेस के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया है. आम नागरिक भी अब इसका इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे. नक्सल संगठनों तक कॉमबैक्ट ड्रेस आसानी से पंहुच जाता है, इसे रोकना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है. 2014 से 2021 तक पुलिस ने नक्सल विरोधी अभियान में 230 से अधिक कॉमबैक्ट ड्रेस बरामद किया है. झारखंड जनमुक्ति परिषद और तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति कमेटी तक आसानी से कॉमबैक्ट ड्रेस पंहुच रहे हैं. सुरक्षा एजेंसी के अनुसार नक्सली संगठन ग्रामीणों के माध्यम से इस ड्रेस को अपने तक मंगाते हैं. ग्रामीण क्षेत्रो में ही ड्रेस को सिलवाया जाता है. नक्सल संगठनों के पास कुछ टेलर मास्टर हैं.