कोरबा 6 नवम्बर (वेदांत समाचार) सामाजिक कार्यकर्ता विनोद सिन्हा ने जारी एक बयान में बताया कि केंद्र सरकार ने दिवाली का तोहफा देते हुए पेट्रोल और डीजल की कीमतें घटा कर महंगाई कम करने का प्रयास किया है केंद्र के अनुसरण करते हुए कांग्रेस शासित राज्यों को छोड़कर राज्यों ने बेट में कमी कर डीजल -पेट्रोल की दरें घटाई है लेकिन कांग्रेस शासित राज्यों ने अब तक पेट्रोल- डीजल की दरें कम करने के बजाए केंद्र द्वारा पेट्रोल डीजल की दरें कम करने पर सवाल उठा रहे हैं इससे पता चलता है कि कांग्रेस शासित राज्य महंगाई कम करने की इच्छुक नहीं है।
सिन्हा ने आगे बताया कि देश में बढ़ रहे महंगाई पर अंकुश लगाने के लिए सत्ता और विपक्ष की भूमिका समन्वय व जनहित में होनी चाहिए ना की नकारात्मक ऐसा इसलिए है कि जहां विपक्षी दलों की राज्य सरकारें हैं वहां जमाखोरी मिलावट नकली तथा अधिक दरों पर विक्रय करने वाले मुनाफाखोरी के खिलाफ प्रदेश सरकार द्वारा कार्रवाई नहीं करने के चलते महंगाई बढ़ने का एक यह भी कारण है आवश्यक वस्तुएं जहां ₹5 कम होते हैं तो वहां जमाखोरों द्वारा ₹2 कम किए जाते हैं यह देखना छापामारी करना राज्य सरकारों की जिम्मेदारी है ना कि केंद्र की?
सिन्हा ने आगे बताया कि छत्तीसगढ़ प्रदेश सरकार राजनीति त्याग कर जन भावनाओं का आदर करते हुए पेट्रोल -डीजल पर तत्काल बेट कम कर जनता को राहत दे तथा जमाखोरों, मुनाफाखोरो पर कठोर कार्रवाई करें ताकि महंगाई कम हो सके।
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