8 नवम्बर को दीपका परियोजना में उत्पादन ठप्प करेंगें भुविस्थापित।

अनिश्चितकालीन धरना के 33वां दिन के बाद भी नही हुआ समझौते के अनुसार कार्यवाही

दीपका/ उर्जाधानी भुविस्थापित किसान कल्याण समिति के आव्हान पर विगत 3 अक्टूबर से दीपका क्षेत्र के मलगांव में 33 दिन और गेवरा क्षेत्र के नाराइबोध में 10 अक्टूबर से लगातार खदान के किनारे तम्बू लगाकर शांतिपूर्वक धरने पर बैठे भूविस्थापितो ने अब जिले के चारो कोयला परियोजनाओ में बारी बारी से खदान बन्द करने का चेतावनी दिया है । पहले दिन 8 नवम्बर को दीपका परियोजना को पृरी तरह से बंद किया जाएगा ।

ऊर्जाधानी संगठन के दीपका क्षेत्रीय उपाध्यक्ष रविन्द्र जगत ने इस आशय की जानकारी देते हुए बताया है कि संगठन के साथ ही खदानों से प्रभावित ग्राम पंचायत सरपंचों एवं जिला पंचायत सदस्यों के साथ 31 अक्टूबर को बैठक में निर्णय लिया गया था जिसमे एक एक दिन के बाद चारो क्षेत्र में खदान बन्द करने का प्रस्ताव लिया गया है । प्रथम दिन दीपका खदान को चारों सीमाओं से घेराबंदी कर उत्पादन डिस्पेच सहित सभी कामो को रोका जाएगा । इसकी तैयारी के लिए मलगांव , आमगांव , सुआभोडी ,चैनपुर ,सिरकी खुर्द टिकरी में ग्रामीणों के साथ बैठक कर आंदोलन को सफल बनाने की योजना पर सहमति बनाई गई है । उन्होंने बताया कि 18 अक्टूबर को एसडीएम कटघोरा और एसईसीएल मुख्यालय के अधिकारियों के साथ बैठक और उससे पूर्व एसईसीएल मुख्यालय में बोर्ड डायरेक्टर्स के साथ बैठक में दिए गए आश्वासन का नतीजा सामने नही आया है । अब हम आर पार की लड़ाई के लिए मजबूर है ।

8,10,12, और 14 को बारी बारी से बन्द को जन प्रातिनिधियों का समर्थन

ऊर्जाधानी संगठन के अध्यक्ष सपुरन कुलदीप ने कहा है कि सन्गठन की ओर से आयोजित बैठक में खदान से सटे प्रभावित गांवों के सरपंच , जिला पंचायत सदस्य जनपद सदस्य शामिल हुए थे और उन्होंने अपना पूर्ण समर्थन देने की घोषणा की है । उस बैठक में लिए गए निर्णय के आधार पर क्षेत्रीय विधायक से मुलाकात कर आंदोलन पर समर्थन मांगी जाएगी इसी तरह से क्षेत्रीय सांसद व जिले के सभी विधायको को भी भुविस्थापितो के लिए चुनाव के दौरान किये गए वादों के अनुसार कार्य करने के लिए कहा जायेगा । अन्यथा उनके निवास के सामने धरना प्रदर्शन किया जाएगा । बन्द की तैयारी को लेकर व्यापक प्रचार प्रसार और ग्राम बैठक किया जा रहा है । उन्होंने भूविस्थापितो से अपील किया है कि अलग अलग मंचो से आंदोलन को कमजोर करने के लिए प्रयास में लगे लोंगो की पहचान करें जिले में भूविस्थापितो की मांगों को लेकर चलाये जा रहे इस आंदोलन को मजबूत करें ।