शहर में सज गए पटाखा बाजार, नियम-कायदे अभी कागज पर हीं

जबलपुर, 30 अक्टूबर ( वेदांत समाचार ) । शहर में दिवाली पर्व की तैयारियां जोरों पर हैं। बाजार सज गए हैं, इन बाजारों में पटाखे की दुकानें भी लगने लगी हैं। इसके लिए जिला प्रशासन ने दुकानदारों से आनलाइन आवेदन मांगवाएं थे, लेकिन तकनीकी खामियों की वजह से आफलाइन आवेदन मांगवाकर स्वीकृत किए जा रहे हैं।

शहर में पटाखे की दुकानें लगाने के लिए अस्थाई लाइसेंस लेने वालों में अभी तक 1128 लोगों ने आवेदन किए हैं, लेकिन इसमें से अभी 600 को ही स्वीकृति मिल सकी है। हालांकि इस बार प्रशासन ने नए लाइसेंस जारी नहीं किए हैं। पुराने लाइसेंस को ही रिन्यू किया जा रहा है

जिला प्रशासन ने पटाखा बाजार लगाने वालों को नियमों का पालन करने के सख्त निर्देश दिए हैं। इसका पालन नहीं करते पर लाइसेंस निरस्त करने की भी तैयारी है, लेकिन जिन क्षेत्रों में पटाखा बाजार लगाने की अनुमति दी है, वहां नियमों को अभी नजरअंदाज किया गया है। अभी यह नियम सिर्फ कागज तक ही आए हैं। इनका पालन करने वाले अभी दुकान सजाने में व्यस्त हैं तो वहीं जिन्हे पालन कराने की जिम्मेदारी दी है वे अभी लाइसेंस देने और अन्य कामों में व्यस्त हैं।

यहां सज रहे बाजार: शहर में काठौंदा, गोलबाजार, गढ़ा, गोरखपुर, महानदद, रांझी बड़ा पत्थर, अधारताल, सदन समेत शहर में कई महत्वपूर्ण जगहों पर पटाखा बाजार के लिए दुकानों तैयार हो रही हैं। कई जगहों पर तो पहले ही दुकानें तैयार हो गई और सज गई। इनमें कईयों को लाइसेंस मिल गया है तो कई अभी भी इसके लिए एसडीएम कार्यालय के चक्कर लगा रहे है। अभी भी आफलाइन लाइसेंस लेने वालों की परेशानी कम नहीं हुई है। उनका कहना है कि प्रशासन ने आनलाइन आवेदन करने तो कहा, लेकिन उन्होंने अपने स्तर पर तैयारी नहीं की और तकनीकी खामियों की वजह से वे पीछे हट गए।

क्या है व्यवस्थाएं-

– अभी ज्यादातर दुकानों को बनाया जा रहा है, तो कहीं पटाखा आइटम सजाए जा रहे हैं।

– दुकानदारों को ग्रीन पटाखें रखने कहा है, लेकिन कम लोग यह रख रहे हैं ।

– कई दुकानों में अग्निशमन यंत्र हैं, लेकिन उनमें दर्ज तिथि एक्सायरी हो चुकी है

– जहां शेड लगें हैं, वहां अभी भी बिजली के तारों का जाल फैला हुआ है।