राहत का टीका:जिले के 2 से 17 वर्ष तक के 6.59 लाख बच्चों को लगेगा टीका स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र को वैक्सीनेशन सेंटर बनाने की तैयारी

जिले में दो से 17 वर्ष तक के बच्चों की कुल संख्या 6 लाख 59 हजार 230 है। इन्हें कोरोना से बचाव की वैक्सीन लगाई जाएगी। बच्चों के वैक्सीनेशन की शुरुआत किस आयु वर्ग से करेंगे, अभी तय नहीं हो पाया है। हां इतना जरूरत पता चला है कि सरकारी, प्राइवेट स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र को वैक्सीनेशन सेंटर बनाया जाएगा ताकि बच्चों को वैक्सीन लगाने में आसानी हो।

लेकिन बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए शुरुआती चरण में पहले शहर के सरकारी बड़े अस्पतालों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में टीकाकरण होगा। इसके बाद धीरे-धीरे सेंटर बढ़ेंगे और स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्रों को टीकाकरण केंद्र बनाएंगे। हालांकि अभी तक स्वास्थ्य विभाग के पास लिखित में कोई गाइड-लाइन नहीं आई है। लेकिन विभाग ने जिले के 2 से 17 वर्ष तक के बच्चों की सूची तैयार कर ली है और अपने स्तर पर तैयारियां भी चल रही हैं। गाइड लाइन के अनुसार ही वैक्सीनेशन किया जाएगा। इधर बच्चों को कोरोना का टीका लगाए जाने की चर्चाओं के बीच अन्य जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को भी तैयारी कर लेने के निर्देश पहले ही दे दिए हैं। जिला टीकाकरण अधिकारी डॉक्टर मनोज सेमुअल का कहना है कि बच्चों के वैक्सीनेशन की तैयारी हमने कर रखी है। निदेशालय से आदेश मिलते ही शुरू कर देंगे। अभी हमें वहां से कोई निर्देश नहीं मिले हैं।

बच्चों के वैक्सीनेशन की केंद्र स्तर पर ऐसी 2 प्लानिंग
1. बीमारी पीड़ित बच्चों से शुरुआत : बच्चों के वैक्सीनेशन की शुरुआत के लिए बनी प्लानिंग में सबसे पहले कुपोषण, दिल में छेद, शुगर, सिकलिंग से पीड़ित बच्चों को वैक्सीन लगाने की तैयारी की जा रही है।
2. 15 से 18 वर्ष की आयु से आगाज : बच्चों के वर्ग में सबसे पहले 15 से 18 वर्ष की आयु के बच्चों को भी रखा जा सकता है। इसके लिए ज्यादा से कम उग्र को प्राथमिकता दी जा सकती है।

इधर दिनभर में 10 हजार से अधिक ने लगवाया टीका, 7531 को दूसरा डोज
जिले के 248 सेंटरों पर कोविड का टीका लगाया गया। गुरुवार को दिनभर चले वैक्सीनेशन के बाद 10 हजार 173 लोगों ने वैक्सीन लगवाई। दूसरा डोज लगवाने वालों की संख्या अधिक रही। 7531 ने दूसरी खुराक ली तो 2642 ने पहला डोज लगवाया। सबसे ज्यादा 18 प्लस वाले 5098 ने वैक्सीन लगवाई। 2138 ने पहला तो 2960 ने दूसरे डोज का इंजेक्शन लगवाया। 4974 ने कोविशील्ड और 124 ने को-वैक्सीन का टीका लगवाया। वहीं 60 प्लस वाले 17 लोगों ने पहला और 609 ने दूसरा डोज लिया। 45 से 59 वर्ष वाले 464 ने पहला और 3883 ने दूसरा डोज लगवाया। अब तक 10 लाख से अधिक को पहला डोज लग चुका है।

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