रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने कहा कि डिफेंस एक्स्पो 2022 में दुनिया को पिछले 5-7 सालों में भारत के रक्षा और अनुसंधान, उत्पादन, आधुनिक प्रौद्योगिकी और उदारवादी नीतियों की झलक दिखाई देगी.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने सोमवार को कहा कि भारत सरकार ने सशस्त्र बलों को आधुनिक बनाने और उच्च गुणवत्ता एवं किफायती हथियार प्रणाली के लिए कई कदम उठाए हैं. उन्होंने कहा कि साल 2020 और 2021 एयरोस्पेस और रक्षा उत्पादन क्षेत्र में नई उम्मीदों की तरह रहा है. अगले साल मार्च में गुजरात में होने वाले डिफेंस एक्स्पो (DefExpo-2022) से पहले दिल्ली में एम्बेस्डर्स राउंड टेबल में राजनाथ सिंह ने कहा कि भारतीय एयरोस्पेस और रक्षा उत्पादन क्षेत्र नई ऊंचाइयों को छूने के लिए तैयार है और सरकार भी रक्षा आधुनिकीकरण और क्षमताओं को बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है.
बैठक को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि पिछले 5 सालों में भारत का रक्षा निर्यात 334 प्रतिशत तक बढ़ गया है और अब भारत 75 से अधिक देशों को सैन्य उपकरणों का निर्यात कर रहा है. उन्होंने कहा, “निर्यात के क्षेत्र में हमारा प्रदर्शन हमारे रक्षा उत्पादों की गुणवत्ता और प्रतिस्पर्धा का मजबूत संकेत है. भारत सरकार रक्षा आधुनिकीकरण को लेकर प्रतिबद्ध है. साल 2021-22 के बजट में रक्षा पूंजीगत योजना को पिछले साल की तुलना में 18.75 फीसदी बढ़ाया गया है. पिछले 15 सालों में यह सर्वाधिक बढ़ोतरी है.”
रक्षा मंत्री ने कहा कि वह सभी मित्र देशों को आश्वस्त करना चाहते हैं कि भारत संयुक्त राष्ट्र के चार्टर में दर्ज सामूहिक सुरक्षा प्रणाली के प्रति वचनबद्ध है. उन्होंने कहा कि डिफेंस एक्स्पो-2022 में अधिक संख्या में भागीदार और विदेशी एवं भारतीय कंपनियां भाग लेंगी. उन्होंने कहा कि 2022 में दुनिया को पिछले 5-7 सालों में भारत के रक्षा और अनुसंधान, उत्पादन, आधुनिक प्रौद्योगिकी और उदारवादी नीतियों की झलक दिखाई देगी.
11-13 मार्च 2022 के बीच डिफेंस एक्स्पो
गुजरात के गांधीनगर में अगले साल 11-13 मार्च को भारत की सबसे बड़ी रक्षा प्रदर्शनी डिफेंस एक्स्पो के 12वें संस्करण का आयोजन किया जाएगा. राजनाथ सिंह ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि यह एक्स्पो सभी आधुनिक प्रौद्योगिकियों को एक छत के नीचे लेकर आएगी और एयरोस्पेस एवं रक्षा उद्योग में पक्षकारों को असंख्य अवसर उपलब्ध कराएगी.
सिंह ने कहा, ‘‘डिफेंस एक्स्पो-2022 यह दिखाने जा रहा है कि भारत रक्षा अनुसंधान एवं विकास और उत्पादन, आधुनिक तकनीकों, उदारवादी सहयोगी नीतियों को लागू कर क्या हासिल कर सकता है. ये नीतियां हमने 5 से 7 वर्षों की छोटी अवधि के लिए पेश की है.’’
डिफेंस एक्स्पो की थीम ‘‘भारत : उभरते रक्षा निर्माण हब’’
उन्होंने राजदूतों से कहा कि एक्स्पो में उनके देशों के भाग लेने से रक्षा क्षेत्र में ‘परस्पर लाभप्रद संबंधों’ का विकास होगा. उन्होंने कहा, “भारत परस्पर लाभप्रद सहयोगी आधार पर व्यापार करने के लिए खुला है. साथ ही मैं आपको आश्वस्त कर सकता हूं कि गुजरात की संस्कृति, कला, भोजन और प्रकृति इतनी समृद्ध है कि डिफेंस एक्स्पो-2022 भाग लेने वाले प्रतिनिधियों पर गहरी छाप छोड़ेगा.”
सिंह ने कहा कि एक्स्पो का ध्यान भारत को सैन्य हार्डवेयर के निर्माण के लिए उभरते हब के तौर पर पेश करना होगा. डिफेंस एक्स्पो में प्रमुख वैश्विक और घरेलू सैन्य कंपनियों के भाग लेने की उम्मीद है. डिफेंस एक्स्पो का 11वां संस्करण पिछले साल लखनऊ में हुआ था. अधिकारियों ने बताया कि आगामी डिफेंस एक्स्पो की थीम ‘‘भारत : उभरते रक्षा निर्माण हब’’ है.
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