25 oct वेदांत समाचार मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शाकम्भरी जयंती-छेर-छेरा पुन्नी के अवसर पर राज्य में सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने ग्रामीण अंचल के बाजारों में पसरा शुल्क समाप्त करने की भी घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने यह घोषणाएं रविवार को रायपुर में आयोजित छत्तीसगढ़ मरार पटेल महासंघ के सामाजिक एकीकरण और शपथ ग्रहण समारोह में की।
समाज के लोगों की मांग पर मुख्यमंत्री ने शाकम्भरी बोर्ड के अध्यक्ष को केबिनेट मंत्री का दर्जा देने, मरार पटेल समाज के लोगों की बहुलता वाले इलाकों में सामुदायिक भवन के निर्माण के लिए रियायती दर पर भूमि एवं शासन की ओर से धनराशि स्वीकृत किए जाने की भी घोषणा की। मुख्यमंत्री ने राज्य के ग्रामीण अंचल में नाले के किनारे स्थित शासकीय भूमि को मरार समाज की महिला स्व-सहायता समूहों को सामुदायिक बाड़ी के लिए उपलब्ध कराए जाने की भी घोषणा की। उन्होंने मंडी एवं बाजारों में दुकान एवं पसरा आवंटन में मरार समाज को प्राथमिकता देने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मौजूदगी में मरार पटेल समाज की तीन प्रमुख बिरादरियां हरदिया, कोसरिया और भोयरा बिरादरी के लोगों ने सामाजिक एकीकरण का संकल्प लिया। इस एकीकरण पर खुशी जाहिर करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आज का दिन मरार पटेल समाज के लिए ऐतिहासिक दिन है। उन्होंने समाज के एकीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले छत्तीसगढ़ मरार (पटेल) महासंघ के पदाधिकारियों, समाज के सभी वरिष्ठ जनों, युवाओं, और महिलाओं को बधाई दी। समारोह में कृषि एवं जल संसाधन मंत्री रविन्द्र चौबे, रायपुर के महापौर एजाज ढेबर, शाकम्भरी बोर्ड के अध्यक्ष राम कुमार पटेल, छत्तीसगढ़ मरार पटेल महासंघ के अध्यक्ष देवचरण पटेल, कार्यकारी अध्यक्ष प्रेम पटेल, महा सचिव विजय पाटिल, संयोजक पवन पटेल, आत्मा राम पटेल, राजेन्द्र नायक पटेल आदि मौजूद रहे।
न्याय योजना की तीसरी किश्त राज्योत्सव पर
संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री ने कृषि और उद्यानिकी विकास की योजनाओं की चर्चा की। उन्होंने कहा कि सुराजी गांव योजना के अंतर्गत शामिल बाड़ी विकास कार्यक्रम वास्तव में मरार पटेल समाज की तरक्की के लिए है। बाड़ी विकास कार्यक्रम के तहत फल, फूल और सब्जी की खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने कहा, राजीव गांधी किसान न्याय योजना की तीसरी किश्त एक नवम्बर को राज्योत्सव के अवसर पर जारी की जाएगी।
चौबे बोले, सरकार सभी वर्गों के लिए काम कर रही
कृषि एवं जल संसाधन मंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल राज्य की जनता से किए अपने एक-एक वादे को पूरा कर रहे हैं। उन्होंने किसानों की कर्जमाफी, समर्थन मूल्य पर धान खरीदी, सिंचाई कर की माफी का उल्लेख करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार समाज के सभी वर्ग के लोगों का ध्यान रख रही है।
क्या है छेरछेरा पुन्नी, जिस पर छुट्टी हुई
छेर छेरा पुन्नी छत्तीसगढ़ का लोक पर्व है। इस दिन माता शाकंभरी का प्रकटोत्सव भी है। यह पौष महीने की पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस दिन अन्नदान की परंपरा है। अगले वर्ष पौष पूर्णिमा 17-18 जनवरी को है।
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