24 अक्टूबर ( वेदांत समाचार ) मध्यप्रदेश के अनूपपुर के जैतहरी में दिल दहलाने वाला मामला सामने आया है। थाने के सामने ऑटो ड्राइवर ने खुद को आग के हवाले कर दिया और लपटों से घिरने के बाद थाने घुस गया। यहां पुलिसवालों ने कंबल डालकर आग बुझाई और उसे अस्पताल पहुंचाया। ऑटो ड्राइवर का आरोप है कि उसे पुलिस तक बात पहुंचाने के लिए यह कदम उठाना पड़ा। घटना शुक्रवार को जैतहरी थाने के सामने हुई।
जानकारी अनुसार, ऑटो ड्राइवर मुरारी लाल शिवहरे (50) ने थाने से करीब 25 मीटर दूर ऑटो खड़ा किया था। कुछ देर बाद वह जलते हुए ऑटो से निकला और थाने की ओर दौड़ लगा दी। मुरारी लाल ने बताया कि 9 सितंबर को उसका दुर्गेश चौधरी, शिवम उपाध्याय और प्रकाश शुक्ला के बीच पैसों के लेनदेन को लेकर विवाद हुआ था। इसकी शिकायत मुरारी में जैतहरी थाने में दर्ज कराई थी, लेकिन पुलिस ने कार्रवाई नहीं की।
मुरारी का कहना है कि पुलिस ने सुनवाई नहीं की, तो मजबूरी में यह कदम उठाया।
मुरारी का आरोप है कि कार्रवाई न होने से आरोपियों का हौसला बढ़ गया। 13 सितंबर को मुरारी का बेटा आकाश शिवहरे ऑटो से सवारी छोड़ने जा रहा था, तभी आरोपियों ने उसके साथ मारपीट कर दी। आरोप है कि इसकी शिकायत भी थाने में दर्ज कराई। इसमें बताया कि आरोपियों ने मारपीट के साथ लूट भी की, लेकिन पुलिस ने लूट का मामला दर्ज नहीं किया। उसका कहना है कि लगातार दो शिकायतों के बाद भी जब पुलिस ने आरोपियों पर कार्रवाई नहीं की, तो शुक्रवार को यह कदम उठाया। मुरारी इस घटना में 60% से ज्यादा झुलस गया है।
मुरारी आग में 60 फीसदी से ज्यादा झुलस गया है।
वहीं, थाना प्रभारी केके त्रिपाठी ने बताया कि मुरारी शिवहरे और उसके बेटे की 9 और 13 सितंबर को की गई शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी। आरोपी फिलहाल मुचलके पर जमानत पर थे और सोमवार को चालान पेश करना था। पीड़ित की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ लूट के मामले की पुष्टि नहीं होने के कारण लूट की धाराएं नहीं लगाई गई थीं।
खुद आग के हवाले किया
थाना प्रभारी केके त्रिपाठी का कहना है कि CCTV फुटेज में नजर आ रहा है कि मुरारी ने खुद को आग के हवाले किया था। थाना स्टाफ ने आग बुझाकर उसे अस्पताल में भर्ती करवाया।
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