जलकी को राज्य सरकार खाली कर महती योजना को दे मूर्तरूप – दीपक दुबे

महासमुंद 22 अक्टूबर (वेदांत समाचार) राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस (INTUC) प्रदेशाध्यक्ष दीपक दुबे आज महासमुंद प्रवास पर थे जहाँ प्रेस को विज्ञप्ति जारी कर कहा कि राज्य सरकार की महती योजना नरवा, गरवा, घुरवा,बाड़ी को मूर्तरुप देने के लिए सबसे पहले छत्तीसगढ़ के नरवा घुरवा बाड़ी घोटाला हुवा एवं गरवा के चारागाह कब्जा हुई जिसको कब्जामुक्त कर राज्य सरकार छः ग में न्याय करते हुवे नरवा घुरवा बाड़ी और गाय चारागाह को खाली करवाए ।

श्री दुबे ने कहा कि पूर्व भाजपा सरकार के मंत्री विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने महासमुंद जिले के सिरपुर में बने श्याम वाटिका नामक भव्य रिसॉर्ट बना रखा है जिसमे 4.12 हेक्टेयर जमीन को लिया गया है वह जमीन आदित्य श्रृजन प्राइवेट लिमिटेड और पुरबाषा वाणिज्य प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर है इन दोनों कंपनियों में पूर्वमंत्री बृजमोहन अग्रवाल की पत्नी श्रीमती सरिता अग्रवाल और उनके बेटे अभिषेक अग्रवाल डायरेक्टर है औऱ इसी जमीन पर बृजमोहन अग्रवाल के परिजनों ने रिसोर्ट बनाया है इन्होने 2013 के विधानसभा चुनाव के दौरान चुनाव आयोग के पास जमा किये गए संपत्ति रिकॉर्ड के एफिडेविट में इसी जमीन का जिक्र बृजमोहन अग्रवाल ने अपनी पत्नी की रजिस्टर्ड जमीन के रूप में भी किया है किन्तु यह जमीन वन विभाग की ही है उक्त भूमि में वन विभाग ने 25 लाख के वृक्षारोपण कार्य कराया था पसीद जलाशय के लिए जो जंगल डूबा था उक्त भूमि के एवज में एरिगेशन विभाग ने पटवारी हल्का नंबर 5 खसरा नंबर 117 रकबा कुल 4.12 हेक्टेयर वन विभाग को दानपत्र लिखकर दे दिया था , इतना ही नही बल्कि वन विभाग की मांग पर एरिगेशन विभाग ने उक्त जमीन पर रोपिणी कार्य हेतु लगभग 25 लाख रुपए भी दिए थे उक्त भूमि पर 2003 में वन विभाग ने उक्त राशि का इस्तेमाल करते हुए रोपणी कार्य भी करा लिया था साथ ही राजस्व पंजीयक के यहां नामांतरण के लिए आवेदन भी लगा दिया था, जो रिकार्ड में रजिस्टर भी हो गया था उसके बाद भी श्याम वाटिका की उक्त विवादित भूमि के अलावा अन्य भूमि चारागाह, घास भूमि,गाँव के घुरवा में बना है इसके बाउंड्रीवाल के अंदर नाला भी है जंगल भी है और इस मुद्दे को पूर्व विधायक अग्नि चंद्राकर ने विधानसभा में पुरजोर तरीके से उठाया था उक्त विवादित 4.12 हेक्टेयर जमीन के आलावा भव्य रूप से बने लगभग 100 एकड़ में फैले श्याम वाटिका बना हुआ है जो आज तक दुर्भाग्य से खाली नही कराया गया नही पटवारी हल्का नंबर 5 खसरा नंबर 117 रकबा 4.12 हेक्टेयर का खसरा नंबर 802 में बदल गया जिस पर कोई कार्यवाही हुई इस पर कार्यवाही की मांग जलकी गाँव के नरवा, घुरवा,बाड़ी एवं गरवा के चारागाह जल जंगल जमीन से हटाने को लेकर इंटक जल्द बड़ी आंदोलन कर पूर्वमंत्री से कब्जामुक्त की मांग करेंगे ।