हर मोर्चे पर असफल साबित हो रही छत्तीसगढ़ सरकार

बिलासपुर 21 अक्टूबर (वेदांत समाचार) : नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने राज्य सरकार को आड़ेहाथों लेते हुए कहा कि राज्य में कहीं विकास के काम तो दिखाई नहीं दे रहे हैं तो फिर किस मापदंड के आधार पर विकास की गति बढ़ी और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अव्वल हो गए। सतत विकास दर के जारी आंकड़ों ने साबित कर दिया है राज्य के विकास के मामले में प्रदेश की कांग्रेस सरकार पूरी तरह से असफल है।सतत विकास लक्ष्य में प्रदेश 19 वें स्थान पर है तथा 61 स्कोर के साथ राष्ट्रीय औसत से काफी कम अंक प्राप्त किया है।

जो प्रदेश के दुर्दशा को बताता है। कुपोषण के मामले पांच आयु वर्ग के बच्चों में राज्य का स्थान निचले क्रम पर है। जो बेहद चिंताजनक है। वहीं पांच से छोटे उम्र के कुपोषित बच्चों के मामलें में इंडेक्स स्क्रोर में छत्तीसगढ़ पूरे देश में सातवें नंबर पर है जो कि देश में सबसे कम है। रक्त अल्पता से पीड़ित 10 से 19 साल के बीच आयु वर्ग में छग देश में 24 वें स्थान पर है।

इस आंकड़े के मुताबिक प्रदेश की हालत दयनीय है। प्रदेश में भूखमरी से निजात पाने में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार पूरी तरह से नाकाम होती दिखाई दे रही है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि कुपोषण के मामले प्रदेश की स्थिति में कोई सुधार नहीं हो रहा है। वर्ष 2019 के मुकाबले वर्ष 2020 में 40 प्रतिशत के साथ प्रदेश में वही हालत बनीं हुई है। उन्होंने सवाल उछालते हुए कहा कि सुपोषण के नाम पर करोड़ों रूपये खर्च किये जा रहें हैं वह कहां जा रहा है।

आत्महत्या के बढ़ते मामले पर चिंता जताते हुए कहा कि यह दुख की बात है कि आत्महत्या के मामले में 26.4 प्रतिशत के साथ छग देश में दूसरे स्थान पर है। बधाों के कक्षा एक से आठवीं तक के शाला प्रवेश के मामलों 2019 के 93 प्रतिशत के मुकाबल गिरकर 2020 में 83 प्रतिशत हो गया है। प्रदेश में महिलाओं के विस्र्द्ध अपराध के मामलों में अपराध दर 53.5 प्रतिशत दर्ज किया है। कांग्रेस की सरकार सस्ती और स्वच्छ ऊर्जा देने के मामले में प्रदेश 78 अंकों के साथ काफी पीछे है। यह राष्ट्रीय औसतन से 14 अंक पीछे है,जो बेहद शर्मनाक है।

हर मोर्चे पर असफल तो विकास कहां है सुलभ व्यापार को लेकर प्रदेश के आंकड़े तीन पायदान नीचे खिसक गया है। नवाचार और उद्योग, बुनियादी ढांचा के मामलें भी प्रदेश दो पायदान नीचे आ गया है। इसके साथ ही खपत और उत्पादन में भी 64 अंकों के साथ प्रदेश राष्ट्रीय औसतन से 10 पायदान नीचे है और 24 वें स्थान पर दर्ज है।

नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने कहा कि जब प्रदेश की हालत हर मामले पीछे है तो प्रदेश सरकार किस दावे के साथ कहती है कि विकास हर तरफ पहुंचाने में सफल हो रहे हैं। इसके साथ ही प्रायोजित तरीके मुख्ममंत्री खुद बेहतर मुख्यमंत्री बताने में जुटे है। जो खुद ही हर मोर्चे पर असफल है।

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