वन कार्ड के तहत चल रही जांच में बड़ा खुलासा,46 हजार परिवारों के राशनकार्ड संदिग्ध, 1052 परिवारों के पास दूसरे राज्यों में भी राशन कार्ड

बिलासपुर 20 अक्टूबर (वेदांत समाचार) । वन नेशन वन कार्ड के तहत चल रही जांच में बड़ा खुलासा हुआ है। छत्तीसगढ़ के 1052 परिवारों द्वारा राज्य के अलावा दूसरे राज्यों में भी अपने आधार कार्ड के माध्यम से राशनकार्ड बनवाने का मामला सामने आया है। अधिकारी इस मामले को छिपाने की कोशिश कर रहे हैं। खाद्य विभाग की संचालक को विभाग द्वारा ही तैयार किया गया दस्तावेज भेजकर इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने जानकारी से इनकार किया। प्रदेश में 68 लाख 72 हजार 228 राशनकार्ड हैं। इनमें 58 लाख 98 हजार 535 बीपीएल तो 9 लाख 73 हजार 693 एपीएल राशनकार्ड हैं।

31 अगस्त की स्थिति में 68 लाख 46 हजार 44 कार्ड थे। डेढ़ माह में 26184 कार्ड और बन गए। अन्य राज्यों की तरह छत्तीसगढ़ में भी वन नेशन वन राशनकार्ड योजना को लागू किया गया है। इस योजना के तहत सभी राशनकार्ड धारकों का आधार नंबर उनके राशनकार्ड से लिंक किया जा रहा है। इस दौरान ही यह सामने आया है कि प्रदेश के 46 हजार 42 परिवार ऐसे हैं जिनके राशनकार्ड संदिग्ध हैं। इनकी जांच चल रही है।

अब तक 6969 राशनकार्डों की जांच हो सकी है और इनमें से 1052 परिवारों द्वारा दूसरे राज्यों में भी राशनकार्ड बनवाने का खुलासा हुआ है। खाद्य विभाग की टीम द्वारा उनके घर जाकर पूछा जा रहा है कि वे छत्तीसगढ़ का राशनकार्ड रखना चाहते हैं या नहीं। इनमें से 320 परिवारों ने छत्तीसगढ़ में ही राशनकार्ड रखने और अन्य राज्यों का राशनकार्ड निरस्त करने की बात कही है। अभी 39 हजार 73 राशनकार्डों की जांच बाकी है।

वन नेशन वन कार्ड के तहत जांच में हुआ खुलासा

इधर कोरोना काल के 17 माह में 3.32 लाख कार्ड नए बने
कोरोना काल के 17 माह में छत्तीसगढ़ में 3 लाख 32 हजार 734 राशनकार्ड बन गए। इसमें 2 लाख 58 हजार 312 लोगों ने गरीबी रेखा तो 74422 ने सामान्य राशनकार्ड बनवाए। मार्च 2020 तक राज्य में 56,17,956 बीपीएल जबकि 8,95,354 एपीएल कार्ड थे। 31 अगस्त 2021 तक बीपीएल कार्डधारी बढ़कर 58,76,268 तो एपीएल कार्डधारी 9,69,776 हो गए।

खाद्य संचालक बोलीं-मुझे जानकारी नहीं
जब खाद्य संचालक किरण कौशल से छत्तीसगढ़ के परिवारों द्वारा दूसरे राज्यों में भी राशनकार्ड बनवाए जाने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने जानकारी होने से इनकार किया। जब बताया गया कि एक दस्तावेज में इसका जिक्र है तो उन्होंने दस्तावेज देने कहा। उन्हें 1052 लोगों द्वारा राज्य के बाहर कार्ड बनवाने संबंधी दस्तावेज भेजा गया लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।

ऐसे हो रहा खुलासा
सहायक खाद्य अधिकारी राजीव लोचन तिवारी के मुताबिक संदिग्ध राशनकार्डों का खुलासा वन नेशन वन कार्ड के तहत हो रहा है। दरअसल वन नेशन वन कार्ड के तहत सभी राशन कार्डधारियों के आधार की जानकारी ली जा रही है और उसे राशनकार्ड से लिंक किया जा रहा है। लिंक करने पर साफ्टवेयर में यह पता चल जा रहा है कि उस आधार से कितने और कहां-कहां राशनकार्ड बने हैं।

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