प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बौद्ध धर्म के अनुयायियों के एक प्रमुख ‘तीर्थस्थल’ कुशीनगर में 260 करोड़ रुपये की लागत से 589 एकड़ में बने अंतरराष्ट्रीय विमानतल का बुधवार सुबह उद्घाटन करेंगे।
इस हवाई अड्डे पर उतरने वाला पहला अंतरराष्ट्रीय विमान श्रीलंका सरकार का होगा, जिसमें उच्च-स्तरीय सरकारी प्रतिनिधिमंडल होगा। प्रधानमंत्री अपनी इस यात्रा के दौरान राजकीय मेडिकल कॉलेज समेत 12 अन्य परियोजनाओं का भी शिलान्यास और लोकार्पण करेंगे।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के मद्देनजर मंगलवार को कुशीनगर का दौरा कर सम्पूर्ण तैयारियों का जायजा लिया। इस मौके पर पत्रकारों से बातचीत में योगी ने कहा, “यह उत्तर प्रदेश का सौभाग्य है कि प्रधानमंत्री द्वारा उत्तर प्रदेश को कल तीसरा इंटरनेशनल एयरपोर्ट सौंपा जाएगा। पूर्वी उत्तर प्रदेश और पश्चिमोत्तर बिहार के विकास में इस नये हवाई अड्डे का बहुत बड़ा योगदान होगा। इससे न केवल पर्यटन की असीम संभावनाएं उपलब्ध होंगी, बल्कि रोजगार के अवसर भी प्राप्त होंगे।”
मुख्यमंत्री ने कहा, “हम सब जानते हैं कि भगवान बुद्ध से जुड़े सर्वाधिक पावन स्थल उत्तर प्रदेश में हैं और उनसे जुड़ी जितनी संभावनाएं थी, उसका बेहतर उपयोग नहीं हो पाया, लेकिन हम प्रधानमंत्री के आभारी हैं कि उन्होंने बौद्ध सर्किट में पर्यटन की सभी संभावनाओं को आगे बढ़ाने और बौद्ध धर्म से जुड़े देशों को जोड़ने का कार्य किया है।”
उन्होंने कहा कि कल श्रीलंका का उच्च-स्तरीय प्रतिनिधिमंडल यहां आएगा, जिसके सदस्यों के स्वागत का अवसर राज्य सरकार और कुशीनगर के नागरिकों को मिल रहा है और हम सब ‘अतिथि देवो भव’ की भावना से उनका स्वागत करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने हवाई चप्पल पहनने वालों का भी हवाई यात्रा का अवसर दिलाने का वादा किया था और आज उत्तर प्रदेश देश में सर्वाधिक हवाई अड्डे वाला राज्य बन गया है। योगी के साथ आज कुशीनगर की यात्रा करने वालों में राज्य के नागरिक उड्डयन मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी, श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह भी मौजूद थे।
इस अंतरराष्ट्रीय विमानतल पर उतरने वाले श्रीलंकाई सरकार के विमान में उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ बौद्ध भिक्षु भी शामिल रहेंगे। प्रधानमंत्री इस दौरान महापरिनिर्वाण मंदिर में तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय बौद्ध कॉन्क्लेव का भी करीब साढ़े 11 बजे शुभारंभ करेंगे। वह कुशीनगर में ही रामकोला रोड, नारायणपुर में जनसभा को भी संबोधित करेंगे और करीब सवा एक बजे विभिन्न विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण करेंगे।
गौरतलब है कि कुशीनगर भगवान गौतम बुद्ध की निर्वाण स्थली है और प्रतिवर्ष यहां पर चीन, श्रीलंका, कम्बोडिया, थाईलैंड, जापान, मलेशिया, म्यांमार, कोरिया, लाओस, सिंगापुर, वियतनाम, ताइवान, नेपाल और भूटान के नागरिक आते हैं और पूजा अर्चना करते हैं। बिहार की सीमा पर बसे कुशीनगर की दूरी उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से करीब 325 किलोमीटर की है। यहां अन्तरराष्ट्रीय स्तर का विमानतल बनने से देश-विदेश के पर्यटकों को आने में सुविधा होगी।
राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों इंटरनेशनल एयरपोर्ट के उद्घाटन, राजकीय मेडिकल कॉलेज के शिलान्यास और 12 अन्य विकास परियोजनाओं की सौगात पाकर कुशीनगर 20 अक्टूबर से विकास की नई उड़ान भरने और अपनी सुदृढ़ पहचान बनाने को तैयार है। इस हवाई अड्डे से जहां तथागत की महापरिनिर्वाण स्थली का ऐतिहासिक गौरव और समृद्ध होगा, वहीं प्रस्तावित मेडिकल कॉलेज 40 लाख लोगों के जीवन में संजीवनी सरीखा उपहार होगा। इसके साथ ही बाढ़ सुरक्षा, सड़क व ज्ञानालयों से जुड़ी परियोजनाएं जिले की खुशहाली बढ़ाएंगी।
कुशीनगर भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष अजय तिवारी ने पीटीआई-भाषा को बताया, “इन सारे कार्यक्रमों के शिल्पी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हैं और उनकी मंशा लंबे समय तक पिछड़ेपन का दंश झेलने वाले कुशीनगर को विकास के नक्शे पर पहचान दिलाने और अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के जरिये इसे पूर्वी उत्तर प्रदेश के विकास के लिए नया द्वार बनाने की है।”
तिवारी ने कहा,”भगवान बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली होने के कारण कुशीनगर की आध्यात्मिक महत्ता वैश्विक रही है, लेकिन इसके बाद भी पूर्व की सरकारों की उदासीनता से इसका अपेक्षित विकास नहीं हो सका है। योगी के प्रयासों से बना इंटरनेशनल एयरपोर्ट अब इस कमी को दूर करेगा।”
नागरिक उड्डयन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि कुशीनगर का अंतरराष्ट्रीय विमानतल 589 एकड़ में 260 करोड़ रुपये की लागत से बना है और इसके एप्रन पर चार बड़े हवाई जहाज एक साथ खड़े हो सकते हैं। प्रदेश के सबसे बड़े रनवे (3200 मीटर) वाले इस विमानतल के शुरू होने के साथ ही पर्यटन विकास, निवेश, रोजगार का बड़ा प्लेटफॉर्म तैयार हो रहा है। साथ ही देश के सांस्कृतिक संबंधों का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और विस्तार होगा।
इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कुशीनगर में 281.45 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले राजकीय मेडिकल कॉलेज का भी शिलान्यास करेंगे। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता समीर सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2022-23 के सत्र से यहां एमबीबीएस की 100 सीटों पर प्रवेश सुनिश्चित करने का लक्ष्य तय किया है। इस मेडिकल कॉलेज में 460 की क्षमता का छात्रावास तथा 500 बेड का सभी सुविधाओं से युक्त अस्पताल भी होगा।
समीर सिंह ने बताया कि मेडिकल कालेज का निर्माण पूर्ण होते ही जनपद, आसपास और बिहार के सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले करीब 40 लाख लोगों को बेहतरीन चिकित्सा सुविधा उपलब्ध होगी। क्षेत्र के लोगों को अत्याधुनिक इलाज के लिए बड़े शहरों की भागदौड़ नहीं करनी पड़ेगी।
प्रधानमंत्री के हाथों से 180.66 करोड़ रुपये की 12 विकास परियोजनाओं का भी शिलान्यास व लोकार्पण होगा। इन परियोजनाओं में गंडक नदी पर बाढ़ सुरक्षा की आठ परियोजनाएं, स्वदेश दर्शन योजना में बौद्ध सर्किट योजनांतर्गत पर्यटन विकास, राजकीय महाविद्यालय सुकरौली का निर्माण, नवीन संकेत मूक बधिर राजकीय बालिका आवासीय विद्यालय का निर्माण, कसया-रामकोला व रामपुर खुर्द, कोटवा, घुघली मार्ग का चौड़ीकरण तथा सुदृढ़ीकरण का कार्य शामिल है।
प्रधानमंत्री के साथ कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया समेत कई केंद्रीय और राज्य सरकार के मंत्री मौजूद रहेंगे।
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