ग्वालियर: ग्वालियर में पुलिस के होश उस वक्त उड़ गए जब एक बंद कारखाने में रेड के दौरान एक ऐसे गुप्त रास्ते का खुलासा हुआ जहां से अवैध शराब के गोरखधंदे को चलाया जा रहा था।
सूचना के मुताबिक इस कारखाने में एक अलमारी के अंदर सुरंगनुमा तहखाना बनाकर शराब को छुपाकर कारोबार किया जा रहा था।
पुलिस ने कारखाने में घुसकर सीधे उस अलमारी का दरवाजा खोला तो सुरंगनुमा तहखाने का रास्ता मिल गया, जिसमें अवैध अंग्रेजी और देसी शराब को बरामद किया है। उसके अंदर रखी करीब 10 लाख की शराब मिली है। वहीं पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
दरअसल, झांसी रोड थाना क्षेत्र के बाराघाटा में बंद कारखाने में अवैध शराब का कारोबार चल रहा था, जिसे आरोपी महेश गुप्ता द्वारा चलाया जा रहा था। पुलिस को जब उसके ठिकाने का पता चला तो कारखाने पर छापामार कार्रवाई की गई। पुलिस को इनपुट मिला था कि नशा कारोबारी ने कारखाने में एक कमरा बना रखा है, जिसकी दीवार में एक अलमारी बनाई हुई है, जिसके अंदर एक तहखानानुमा सुरंग बनी हुई है।
अलमारी का गेट खोलकर पुलिस जब बैठकर अंदर घुसी तो सभी की आंखें फटी रह गईं। पुलिस ने देखा कि अलमारी के अंदर एक कमरा है, जिसमें 147 पेटियां इंग्लिश शराब और 4 देसी पेटी शराब रखी हुई थी। सभी की कीमत कुल मिलाकर10 लाख रुपए सामने आई है।
वहीं पुलिस ने कारखाने पर कार की सीट के अंदर रखी 6 पेटी भी बरामद की है। जो कार की सीट के अंदर गुप्त जगह बना कर रखी गई थी। इसके अलवा पुलिस ने ट्रक सहित दोनों गाड़ियों को भी जप्त कर लिया है। फिलहाल, इस कारोबार में शामिल जीतू बघेल और विजय प्रताप बघेल निवासी फिरोजाबाद को धर दबोच लिया है।
दोनों नशा कारोबारियों ने खुलासा किया कि शराब का जखीरा नशा कारोबारी महेश गुप्ता का है। वह दोनों तो 2 महीने पहले ही काम पर आए थे। जब नशे की बड़ी खेप आती है तो महेश आता है। बाकी वह फोन पर ही बात करता है।
शराब कारखाने में छुपाकर रखी शराब रॉयल व्हिस्की ब्रांड और देसी मसाला है। यंह शराब राजस्थान से मंगाते थे। वहां शराब सस्ती मिलती है। इसलिए वहां से लाकर यहां खपाते थे। फिलहाल, पुलिस ने इस मामले में 6 आरोपी जीतू बघेल, विजय बघेल, महेश गुप्ता, अनु सेन, प्रमोद चौरसिया और एक अन्य के खिलाफ आबकारी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर फरार आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।
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