शारजाह. आईपीएल 2021 (IPL 2021) का क्वालिफायर-2 नाटकीय अंदाज में खत्म हुआ. 136 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए केकेआर (KKR) ने एक समय एक विकेट पर 123 रन बना लिए थे.
ऐसे में उसकी जीत पक्की लग रही थी. लेकिन दिल्ली कैपिटल्स (DC) के गेंदबाजों ने 11 गेंद पर 4 विकेट लेकर पूरा मैच ही पलट दिया था. केकेआर को अंतिम 2 गेंद पर जीत के लिए 6 रन बनाने थे. रांची में पैदा हुए राहुल त्रिपाठी (Rahul Tripathi) ने छक्का लगाकर केकेआर को फाइनल में पहुंचा दिया. केकेआर की टीम कभी भी फाइनल में नहीं हारी है. दिल्ली ने पहले खेलते हुए 5 विकेट पर 135 रन बनाए थे. केकेआर ने लक्ष्य को 19.5 ओवर में 7 विकेट पर हासिल कर लिया.
मैच के दिल्ली ने पहले खेलते हुए 5 विकेट पर 136 रन बनाए. जवाब में केकेआर का स्कोर एक समय 17.5 ओवर में 3 विकेट पर 126 रन था. उसे 13 गेंद पर 10 रन बनाने थे. 18वें ओवर की अंतिम गेंद पर कागिसाे रबाडा ने दिनेश कार्तिक (0) को बाेल्ड करके केकेआर को चौथा झटका दिया. 19वें ओवर अंतिम गेंद पर एनरिच नॉर्किया ने कप्तान ऑयन मॉर्गन (0) को बोल्ड करके केकेआर को बड़ा झटका दिया. उन्होंने ओवर में सिर्फ 3 रन दिए.
अश्विन हैट्रिक के नजदीक पहुंचे
अंतिम ओवर में केकेआर को जीत के लिए 7 रन बनाने थे और उसके 5 विकेट शेष थे. ऑफ स्पिनर आर अश्विन की पहली गेंद पर राहुल त्रिपाठी ने एक रन लिया. दूसरी गेंद पर शाकिब रन नहीं बना सके. तीसरे गेंद पर शाकिब (0) स्कूप शॉट खेलने के चक्कर में एलबीडब्ल्यू हो गए. अब 3 गेंद पर 6 रन बनाने थे. चौथी गेंद पर सुनील नरेन (0) बड़ा शॉट लगाने के चक्कर में लॉन्ग ऑफ पर आउट हुए. अब अश्विन हैट्रिक के नजदीक थे और केकेआर को 2 गेंद पर जीत के लिए 6 रन बनाने थे. लेकिन राहुल त्रिपाठी (12*) ने पांचवीं गेंद पर छक्का लगाकर केकेआर की जीत पक्की कर दी. केकेआर की टीम इससे पहले 2012 और 2014 में फाइनल में पहुंची थी और दोनों बार चैंपियन भी बनी थी. टीम 7 साल बाद फाइनल में पहुंचने में कामयाब हुई है. फाइनल मुकाबला 15 मई को केकेआर और सीएसके के बीच खेला जाएगा.
टॉप पर रहने के बाद भी दिल्ली फाइनल में नहीं पहुंच सकी
दिल्ली की टीम लीग राउंड के बाद प्वाइंट टेबल में टॉप पर थी. क्वालिफायर-1 में उसे अंतिम ओवर में सीएसके ने हराया था. धोनी ने टॉम करेन गेंद पर विजयी चौका लगाया था. क्वालिफायर-2 में उसे एक बार फिर अंतिम ओवर में हार मिली. इस बार राहुल त्रिपाठी ने छक्का लगाया. दिल्ली की टीम टॉप पर रहने के बाद तीसरी बार फाइनल में नहीं पहुंच सकी है. इससे पहले 2012 में और 2016 में भी टीम टॉप पर रहने के बाद फाइनल में जगह नहीं बना सकी थी.
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