मुरैना 8 अक्टूबर (वेदांत समाचार) । कोतवाली पुलिस ने दो तस्करों को दबोचा है, जिनसे भारी मात्रा में रिवाल्वर, कट्टा व बंदूकों के अलावा कारतूस जब्त हुए हैं। पकड़े गए तस्कर इतने शातिर हैं कि वह पहले ऑर्डर लेते थे और फिर अवैध हथियारों की खेप सप्लाई करते थे। इससे पहले भी पुलिस इनमें से एक बदमाश को अवैध हथियार तस्करी में पकड़ चुकी है।
गुरुवार-शुक्रवार की रात में एसपी ललित शाक्यवार को सूचना मिली कि वीआइपी रोड पर एक काले रंग की कार में अवैध हथियार आए हैं, जो शहर के आसपास ही बिकने वाले हैं। कोतवाली टीआइ शैलेन्द्र गोविल व उनकी टीम ने नवीन सरकारी आवासों के पास कार क्रमांक एमपी 07 सीए 6073 को रोका तो उसमें सवार दो युवक उतरकर भागे, जिन्हें पुलिसकर्मियों ने पीछा कर पकड़ लिया। आरोपिता की पहचान विजय सिंह कुशवाह निवासी जरैना गांव थाना चिन्नाौनी, मोनू तोमर निवासी पचेखा गांव थाना कैलारस के तौर पर हुई। कार की सीटांे के नीचे हथियार भरे हुए थे। इनमें 8 पिस्टल, 8 देसी कट्टा और 4 अधिया बंदूकों के अलावा माउजर के 10 कारतूस, 12 बोर की बंदूक व 32 बोर रिवाल्वर के पांच-पांच कारतूस थे।
10 हजार में लाकर 25-30 हजार मंे बेचते थे पिस्टल: एक आरोपित पर पहले से अवैध हथियार तस्करी का केस चल रहा है। मोनू और विजय ने पुलिस को बताया है, कि वह खरगौन व खंडवा से यह अवैध हथियार लाते हैं। वहां से 10 हजार रुपये मंे पिस्टल मिल जाती है, जो मुरैना मंे 25 से 30 हजार रुपये में बिकती है। इसके अलावा कट्टा व अधिया बंदूक को दो-दो हजार में लाकर यहां, पांच से 10 हजार में बेचते हैं। एडवांस बुकिंग के बाद हथियारों की सप्लाई करते हैं।
वर्ज आरोपित मोनू तोमर व विजय कुशवाह कई दिनों से यह काम कर रहे हैं। यह खरगौन व खण्डवा से अवैध हथियार लाकर मुरैना मंे बेचते हैं। इनसे रिवाल्वर, कट्टा व अधिया बंदूकों के अलावा कारतूस मिले हैं। आशंका है, त्योहारी सीजन में विवाद व हंगामा करने के लिए इन हथियारों का उपयोग होना था। कुछ अन्य नाम सामने आए हैं, जिनकी धरकपकड़ के प्रयास कर रहे हैं।
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