इंदौर 4 अक्टूबर ( वेदांत समाचार )। लसूड़िया में 15 साल के नाबालिग की हत्या का महज 12 घंटे में पुलिस ने खुलासा कर लिया। हत्या में शामिल नाबालिग को कड़े प्रयास के बाद पुलिस ने पकड़ा। आपसी कहासुनी के बाद किशोर ने थप्पड़ मारा तो चाकू से वार कर उसे गंभीर घायल कर दिया था। बाद में इलाज के दौरान अस्पताल में उसने दम तोड़ दिया। लसूड़िया इलाके में रविवार दोपहर 1 बजे लसूड़िया मोरी तालाब के पास कार्तिक (15) निवासी लसूड़िया मोरी पर चाकू से हमला कर दिया गया। उसे साथी बाबू व दीपक आटो रिक्शा से एमवाय अस्पताल लेकर पहुंचे। कार्तिक के परिजन भी जानकारी मिलने पर अस्पताल आए थे। यहां इलाज के दौरान कार्तिक की मौत हो गई। लसूडिया में कार्तिक की हत्या का खुलासा करने वाली टीम को एसपी पूर्व आशुतोष बागरी ने 10 हजार रुपये का इनाम दिया है।
चाकूबाजी की जानकारी पर लसूड़िया पुलिस टीम जांच में जुट गई। रविवार को मंदिर जाने के लिए कार्तिक को बाबू घर से लेकर निकला था। लसूड़िया मोरी तालाब के पास उसे 15 वर्षीय नाबालिग आरोपी मिला। उसने कार्तिक से कहां कि यहां रहना है तो रोज मुझसे मिलना होगा। कार्तिक ने इससे इंकार किया तो आरोपी ने उसे गाली दी तब गुस्से में कार्तिक ने उसे चांटा मार दिया। इसी के बाद आरोपी ने चाकू से सीने पर वार कर दिया। अचानक हमले से कार्तिक जमीन पर गिर गया। तब आरोपी वहां से भाग निकला था।
एसपी पूर्व आशुतोष बागरी, एएसपी राजेश रघुवंशी, सीएसपी राकेश गुप्ता के निर्देशन में टीआई लसूड़िया इंद्रमणि पटेल व टीम मामले की जांच में जुटी। नाबालिग आरोपी एक साल पहले तक लसूड़िया मोरी में ही रहता था। उसके रिश्तेदारों से पता चला कि अब वह अपनी मां के साथ खजराना इलाके में रहता है। उसके पिता की मौत हो चुकी है। पुलिस जब घर पहुंची तो वहां ताला लगा मिला। पड़ोसियों से पता चला कि आरोपी की मां व नानी, बंगाली चौराहे के पास शंकुतला अस्पताल में काम करती है। पुलिस यहां आई तो अस्पताल वालों ने बताया दोनों की शिफ्ट रात 8 बजे शुरू होती है।
तब पुलिस वहां लगी रही। रात 8.15 बजे नानी ड्यूटी पर आई। उनसे पूछताछ की तो वे कुछ जानकारी नहीं दे पाई लेकिन कुछ रिश्तेदारों के बारें में बताया। इन रिश्तेदारों के घर पुलिस गई। एक रिश्तेदार के घर दोपहर 3 बजे आरोपी व उसकी मां पहुंचे थे। उन्होंने पनाह नहीं दी तो दोनो चले गए। पूछताछ में पता चला कि विजय नगर में आरोपी का एक नाबालिग दोस्त रहता है उसे मामले की जानकारी हो सकती है।
नाबालिग दोस्त से पुलिस ने पूछताछ की तो उसने एक लोडिंग रिक्शा के बारे में बताया। इसमें उसने आरोपी को जाते देखा था। रिक्शा की कोई जानकारी वह नहीं बता पाया। जांच के दौरान पुलिस को आरोपी, उसकी मां व लोडिंग रिक्शा चालक का नंबर मिला। तीनो ही मोबाइल की आखिरी लोकेशन चंदन नगर इलाके में थी। पुलिस टीम ने तलाश शुरु की तो रात 9 बजे एक जगह लोडिंग रिक्शा मिल गया। गाड़ी के नंबर से पुलिस ने मालिक नईम शेख निवासी नयापीढा का पता निकाला। उसके घर भी ताला लगा था। नईम के रिश्तेदारों की तलाश की तो एक जगह उसकी पत्नी मिल गई। पहले तो वह कहने लगी कि पति से उसका विवाद है इसलिए रिश्तेदार के घर रहती है। काफी पूछताछ के बाद उसने बताया कि चंदन नगर में रशीद के घर पर नईम व नाबालिग आरोपी है।
रशीद का घर बताने के दौरान भी वह गुमराह करती रही। इस बीच चंदन नगर पुलिस की मदद से पुलिस ने रशीद का घर ढूंढ निकाला। रशीद के घर तलाशी में नईम व नाबालिग आरोपी नहीं मिले। घत पर बने एक कमरे में बाहर से ताला देख पुलिस ने उसे खुलवाना चाहा, तब परिवार आनाकानी करने लगा। पुलिस के दबाव के बाद परिवार ने ताला खोला तो अंदर दोनो मिल गए। देर रात 4 बजे नाबालिग को पकडऩे में पुलिस को सफलता मिली।
पूछताछ में नाबालिग का कहना था कि गाली देने पर कार्तिक ने चांटा मारा तो उसने डराने के लिए चाकू मार दिया था। उसे नहीं पता था कि कार्तिक की मौत हो जाएगी। वह वाइटनर व पावडर का नशा करता है। चाकू उसने घर में अलमारी के नीचे छिपा दिया था। नईम के लोड़िग रिक्शा में वह सामान उतारने व चढ़ाने का काम करता था। फिलहाल पुलिस इस मीमले में अन्य लोगों की भूमिका की जांच कर रही है।
एसपी पूर्व आशुतोष बागरी ने बताया कि चाकूबाजी की घटना का पता चलने के बाद ही पुलिस जांच में जुट गई थी। पुलिस की सक्रियता का ही परिणाम है कि आरोपी इतनी जल्दी पकड़ में आ गया। 15 दिन पहले आया था कार्तिक का परिवार मूलत बीना का रहने वाला है। उसके पिता दिल्ली में मजदूरी करत है। 15 दिन पहले ही कार्तिक अपनी मां व बहन के साथ इंदौर आया था। लसूड़िया मोरी में एक फैक्ट्री में बने क्वार्टर में परिवार रहता था। इसी दौरान उसकी दोस्ती बाबू से हुई तो दोनों साथ रहने लगे। इस कार्रवाई में टीआई इंद्रमणि पटेल, एसआई संजय विश्नोई, प्र. आर. देवेंद्र यादव, प्र. आर. विजेंद्र, आ. धनराज वाघेला, नरेश चौहान, चंदन नगर थाने के सिपाही अभिषेक की सराहनीय भूमिका रही।
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